आगरा (ब्यूरो)। रविवार को आगरा जगनेर मार्ग पर भारतीय दिव्यांग यूनियन की राष्ट्रीय अध्यक्ष शमीना उस्मानी के नेतृत्व में कार्यकर्ता एकत्रित होकर बैठ गए और दिव्यांग दंपति के साथ शासन, प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन पर बैठे कार्यकर्ताओं ने एक स्वर में कहा कि दिव्यांग दंपति का अकेला सहारा उनका ढाई साल बेटा था। उसकी मौत से परिवार सदमे में था और पुलिस प्रशासन ने दर्ज एफआईआर में चालक का नाम तक नहीं खोला। प्रशासन दिव्यांग दंपति को मुआवजा दिलाए जाने के लिए ठोस आश्वासन दे अन्यथा जिंदा मासूम बेटा लाकर दे।

मांग पर अड़ी दिव्यांग यूनियन
पोस्टमार्टम के बाद कागारौल में जब मासूम बच्चे का शव पहुंचा तो दिव्यांग दंपति अपनी गोद में बच्चे का शव रखकर आगरा जगनेर मार्ग पर जाम लगा दिया और नारेबाजी करने लगे। जाम लगने की सूचना पर कागारौल पुलिस टीम के साथ खेरागढ़ का पुलिस फोर्स भी पहुंच गया और समझाने बुझाने में जुटे रहे। जानकारी पर एसडीएम खेरागढ़ नीरज शर्मा और एसीपी सैंया पीयूष कांत राय भी पहुंच गए। नारेबाजी कर रहे यूनियन को समझाने लग गए। इसी बीच खेरागढ़ के विधायक भगवान सिंह कुशवाह भी पहुंच गए और पीढि़त दिव्यांग दंपति को हरसंभव मदद के साथ साथ उनकी बात को लखनऊ तक ले जाने की बात कही।

केवल एंबुलेंस को दिया रास्ता
इमरजेंसी सेवाओं के लिए कार्यरत एम्बुलेंस को ही दिव्यांग यूनियन एवं ग्रामीणों ने बच्चे के शव के साथ मार्ग को जाम करके नारेबाजी कर रहे दिव्यांग यूनियन के कार्यकर्ताओं ने इस दौरान केवल एंबुलेस को निकलने का रास्ता दिया। घंटों जाम लगने से मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतार लग गई। करीब तीन घंटे के बाद जाम खोला। बता दें कि शनिवार को सैंया सर्किल के थाना कागारौल स्थित ईदगाह के पास घर के बाहर खड़े ढाई साल के मासूम देवराज पुत्र बबलू नागर को ट्रक ने रौंद दिया। इस कारण उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना करके भाग रहे ट्रक को पुलिस ने ग्रामीणों के सहयोग से पीछाकर के पकड़ लिया। मासूम की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने आगरा जगनेर रोड को जाम लगा दिया था। वहीं मामले की जानकारी प्राप्त होते ही क्षेत्र विधायक भगवान सिंह कुशवाह घटनास्थल पर पहुंचे। दिव्यांग यूनियन से आए हुए आगरा जिले के दिव्यांगों एवं ग्रामीणों को समझा-बूझाकर अथवा मुख्यमंत्री कोष से सहायता राशि दिलाने का आश्वासन दिया गया।