आगरा। पालड़ा झाल से गंगाजल न मिलने की वजह अपर और मध्य कैनाल को बंद करना है। बता दें, दीपावली के समय अपर कैनाल सफाई के लिए बंद कर दी जाती थी। लेकिन मध्य कैनाल चालू रहती थी। लेकिन अब इन दोनों बंद कर दिया गया है। मध्य कैनाल को 4200 क्यूसेक से कम पर नहीं चलाया जा सकता है। कम पर चलाने पर सिल्ट आने लगती है। बता दें, अपर कैनाल हरिद्वार से और मध्य कैनाल बिजनौर से निकलती है। पालड़ा में आकर दोनों मिल जाती है।

ये हुई आपूर्ति
सिकंदरा पर दो प्लांट हैं। 144 गंगाजल प्लांट और 144 एमबीबीआर का प्लांट है। दोनों की पूरी क्षमता 288 एमएलडी है। लेकिन सोमवार को 210 एमएलडी की ही आपूर्ति हुई। इसके अलावा जीवनी मंडी पर तीन प्लांट है। इसमें दो 90 एमएलडी के और एक 45 एमएलडी का प्लांट है। यहां से 150 एमएलडी की आपूर्ति हुई। जल निगम वल्र्ड बैंक गंगाजल इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर रमेश चंद्रा ने बताया कि सिंचाई विभाग को जानकारी दी गई है। अभी यमुना जल को ट्रीट कर सप्लाई की जा रही है।

नलों में आ रहा सीवर का पानी
पहले से ही पानी कम आ रहा है। जहां पानी आ भी रहा है तो इतना गंदा उसे इस्तेमाल में नहीं लाया जा सकता है। इसके पीछे पानी का बदबूदार और गंदा होना प्रमुख वजह है। सोमवार को प्रताप नगर के केशव कुंज स्टेशन से आसपास के इलाकों में गंदे पानी की सप्लाई हुई। इसके चलते लोग परेशान रहे। इसमें गढ़ी भदौरिया, केशवकुंज, प्रतापनगर, कृष्णा पुरी, हनुमान नगर, चाणक्यपुरी, इसके अलावा शाहगंज, रामनगर, केदार नगर, रुई की मंडी, भोगीपुरा आदि एरिया में गंदे पानी की आपूर्ति हुई। जीएम जलकल आरएस यादव से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका।

पिछले तीन दिन से क्षेत्र में गंदे पानी की सप्लाई की जा रही है। कई बार अधिकारियों से शिकायत के लिए संपर्क किया गया। लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ।
नितिन

नलों में सीवर जैसा बदबूदार गंदा पानी आ रहा है। इससे नहाना तो छोडि़ए, कपड़े धोने में भी इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। बहुत गंदा पानी आ रहा है।
हरेंद्र शर्मा

गंदा पानी आने से क्षेत्र में पेयजल संकट खड़ा हो गया है। नहाने के लिए भी बाजार से खरीदकर पानी लाना पड़ रहा है। अधिकारी समस्या को सुनते ही नहीं।
ब्रजेश शर्मा