सीवर और पानी की पाइप लाइन डालने के दौरान हुई खुदाई, नहीं चलाया गया प्रॉपर रोलर, पानी का छिड़काव भी नहीं किया

अब तक सिर्फ जलभराव से ही जूझता रहा है शहर, नगर निगम और जल निगम की खुली पोल

24 घंटेबाद भी नेशनल हाईवे और कई क्षेत्रों में जल निकासी के नहीं किए गए इंतजाम

बुधवार रात कहीं पंप में डीजल हुआ खत्म तो कहीं पंप हुआ खराब, निगम के इंतजाम हुए बेकार

आगरा। अब सिर्फ शहर जलभराव से ही नहीं जूझ रहा है, बल्कि एक और नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। शहर के विभिन्न हिस्सों में सड़कें और गलियां धंस गई हैं। ये हालात हुए है जल निगम और नगर निगम के अफसरों की लापरवाही से। हाल ही में शहर के बड़े हिस्से में सीवर और पाइप लाइन डाली गई। लेकिन इस दौरान मानकों को दरकिनार कर दिया गया। लाइन डालने के बाद मिट्टी को दबाने के लिए न तो रोलर चलाया गया और न ही पानी का छिड़काव किया गया। इसका नतीजा प्री मानसून की बारिश में सामने आया। कई जगह वाहन गड्ढों में समा गए। ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त हो गया। जगह-जगह जलभराव हुआ।

जलभराव नहीं हुआ दूर

बेमौसम बारिश के चलते 50 से 65 फीसद क्षेत्रों की सड़कें और गलियां धंस गईं। इन क्षेत्रों में सीवर और पानी की पाइप लाइन बिछाने का कार्य पांच दिनों से लेकर दो साल के भीतर हुआ है। वहीं, अन्य क्षेत्रों में तेज बारिश से सड़कों और गलियों में गड्ढे हो गए। 24 घंटे के बाद भी नेशनल हाईवे-19 से लेकर शहर की सड़कों से गंदा पानी नहीं निकला। बुधवार रात तो हालात और भी खराब हो गए। जब कहीं पर पंप में डीजल खत्म हो गया तो कहीं पंप खराब हो गया।

ये क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित

शाहगंज

बोदला

जयपुर हाउस

यमुनापार

लोहामंडी

कमला नगर

शास्त्रीपुरम

पश्चिमपुरी

खंदारी

कार का अगला हिस्सा जमीन में धंसा

प्रकाश नगर निवासी मुकुल जोशी बुधवार रात आठ बजे माधव भवन, जयपुर हाउस से अपने घर जा रहे थे। गढ़ी भदौरिया रोड पर जलभराव होने के चलते वह चाणक्यपुरी, शाहगंज की सड़कों से होकर निकले। डायमंड जिम के पास की रोड पर जैसे ही अपनी वैगन-आर कार से पहुंचे। रोड पर पानी भरा हुआ था। तभी तेज आवाज हुई और कार का अगला हिस्सा जमीन में धंस गया। गुरुवार को क्रेन से कार गड्ढे से बाहर निकाली गई। 500 मीटर लंबी रोड पर 12 गड्ढे हुए थे।

धंस गई रोड, बच गए बच्चे

शाहगंज निवासी धर्मवीर सिंह ने बताया कि उनके घर के ठीक सामने बुधवार रात तीन बजे सड़क धंस गई। तेज आवाज होने पर घर से बाहर निकल आए। कुछ यही हाल मानस नगर, शाहगंज का रहा। आधा दर्जन से अधिक घरों के सामने दस फीट से चालीस मीटर तक की सड़क धंस गईं। विनय नगर रोड में डीसीएम फंस गईं। मंदिर के पास दस फीट लंबी रोड धंस गई।

30 जून के बाद जलभराव होने पर संबंधित अफसर होगा दोषी

मेयर नवीन जैन ने गुरुवार को नगर निगम के अफसरों के साथ बैठक की और नाला सफाई अभियान को तेजी से पूरा कराने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि 30 जून के बाद जलभराव होने पर संबंधित अफसर का दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। वहीं, बुधवार रात दो बजे तक मेयर और नगरायुक्त निखिल टीकाराम शहर की सड़कों में घूमे। जलभराव की स्थिति का जायजा लिया गया। अपर नगरायुक्त केबी सिंह, सहायक नगरायुक्त अनुपम शुक्ला, मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता की अगुवाई में टीम गठित की गईं। इन टीमों ने नालियों से कूड़ा हटवाया तब जाकर जल निकासी हो सकी। एमजी रोड पर कुछ खास जलभराव नहीं हुआ।