आगरा(ब्यूरो)। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस ने आदत में सुधार लाने के लिए चार दिन का समय दिया है। लेकिन व्यवहार मेें सुधार नहीं आया और वो घर पर ताला लगाकर चली गई।

क्लेश से डिप्रेशन में पति
थाना जगदीशपुरा के मारुति एन्क्लेव निवासी मंजू रानी ने पुलिस को बताया की उनके बेटे सौरभ की शादी फिरोजाबाद निवासी युवती से 23 नवंबर 2011 को हुई थी। शादी के बाद से ही बहू उस पर मकान नाम करने का दबाव बना रही है। हफ्ते में एक बार मायके जाने, आए दिन रेस्टोरेंट में खाना खिलाने और 60 हजार रुपए का महंगा मोबाइल दिलाने की मांग शुरू कर दी। घर में रोजाना क्लेश से परेशान पति डिप्रेशन में आ गया। इससे नौकरी चली गई। पीडि़ता अपनी पेंशन से उसका इलाज और घर का खर्च चला रही हैं। लेकिन बहू के व्यवहार में कोई परिवर्तन नहीं है।


स्मार्ट फोन की डिमांड पर सास से मारपीट
इलाज के बाद हालत में सुधार आने पर तीन महीने बाद पति की फिर नौकरी लगी, इस पर बहू ने फिर से अपनी डिमांड शुरू कर दी। घर में लगातार क्लेश के चलते समस्या होने लगी। पति ने बताया कि उसकी पत्नी घर में किसी न किसी बात को लेकर पुलिस को फोन कर उन्हे फंसाने की कोशिश करती है। 11 मार्च को स्मार्ट फोन नहीं खरीदने पर उसने बेटे को कई जगह दांतों से काटकर घायल कर दिया। बचाने जाने पर पीडि़ता मां के पेट पर लात मार कर गिरा दिया। पीडि़ता मां ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया और थाना जगदीशपुरा में शिकायत की। इस पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी।


मायके वाले भी नहीं सुनते पति की
थाना प्रभारी देवेंद्र पांडेय ने दोनों पक्षों को बुलाकर समझाया और बहु को चार दिन की मोहलत देकर अपनी हरकतें सुधारने को कहा। इसके बाद भी बहु नहीं मानी और गुरुवार को कमरे में ताला लगाकर बच्चे को साथ लेकर चली गई है। उसके मायके वाले भी उसकी तरफ से लड़ाई करने को तैयार रहते हैं। काफी प्रयास के बाद भी पत्नी समझौते को तैयार नहीं हैं, वहीं मायके वाले भी अपनी बेटी को सह दे रहे हैं। पुलिस ने पीडि़त मां-बेटे की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।