-250 से 450 रुपये किलो घेवर बेचा, लेकिन कोई बिल नहीं दिया गया

--त्योहार पर की मनमानी, वाणिज्य कर को लगा रहे चूना

आगरा। रक्षाबंधन पर बाजार में घेवर और मिठाईयां खूब बिकीं। मिठाई की दुकानों पर लोगों की भीड़ लगी रही। इसका मिठाई व्यापारियों ने जमकर फायदा उठाया। कोई चार किलो घेवर पैक करा रहा था, तो कोई आठ किलो। किसी को दो किलो मिठाई चाहिए थी तो किसी को आधा किलो। हजारों रुपये की मिठाईयां लोग खरीदकर ले जा रहे थे। लेकिन किसी को कोई बिल नहीं दिया जा रहा था। इससे व्यापार कर विभाग को चपत लग रही थी।

एक मिष्ठान भंडार पर लोगों की भीड़ लगी हुई थी। लोग लाइन में लगकर मिठाई खरीदने के लिये अपनी बारी का इंतेजार कर रहे थे। हर कोई हजारों रुपये की मिठाई खरीद रहा था। लेकिन यहां पर किसी को बिल नहीं दिया जा रहा था। रिपोर्टर भी पास में खड़ा हो गया, उसने काफी देर तक ये खेल देखा। एक महिला ने पूछा -घेवर कैसा दिया है, तो दुकानदार ने बताया कि तीन सौ रुपये किलो। महिला ने पूछा कि ताजा तो है। इस पर दुकानदार बोला- बहन जी, लॉकडाउन के कारण पहले से माल बन ही नहीं पाया है। सारा माल ताजा है। कितना दूं। महिला ने कहा- पांच किलो पैक कर दो। इसके बाद दुकानदार ने पांच किलो घेवर पैक किया और 1500 रुपये लिये। महिला घेवर लेकर चली गई। लेकिन दुकानदार ने महिला को कोई बिल नहीं दिया।

शहर में करोड़ों का घेवर बिका

रक्षाबंधन बड़ा त्योहार है और हर कोई यहां पर मिठाई खरीदता है। शहर में हजारों दुकानों पर मिठाई और घेवर बिके, लेकिन ज्यादातर दुकानों पर त्योहार का फायदा उठाते हुए बिल नहीं दिया गया। इसके साथ ही कुछ अस्थाई दुकानें लगाकर भी घेवर बेचा जा रहा था, लेकिन सभी दुकानों पर घेवर खरीदने के लिये लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी। एक अनुमान के मुताबिक शहर में करोड़ों का घेवर बिक गया, लेकिन बिल न देने के कारण व्यापार कर विभाग को राजस्व का चूना लग गया।