आगरा : मिशन शक्ति के तहत महिलाओं और बालिकाओं में सुरक्षा का भाव पैदा करने को कोशिश की जा रही है। इसी कड़ी में आगरा पुलिस अब एक नया प्रयोग करने जा रही है। शोहदों को सबक सिखाने को कुछ स्थानों पर अब महिला सिपाही छात्राएं बनकर खड़ी होंगी। फब्ती या छेड़छाड़ करने वाले शोहदों को ये सबक सिखाएंगी।

जिले में 28 एंटी रोमियो स्क्वाड हैं। इनको फिलहाल शहरी क्षेत्र में लगाया गया है। कालेजों के बाहर, बाजारों में ये स्क्वाड मौजूद रहती है। मगर, अब शोहदों को सबक सिखाने को प्रयोग किया जा रहा है। एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि कुछ महिला कांस्टेबलों को प्रमुख बाजारों और स्कूल-कालेजों के बाहर सादा कपड़ों में ड्यूटी पर लगाया जाएगा। कालेज के समय पर ये बैग लेकर अलग-अलग स्थानों पर खड़ी होंगी। इनके थोड़ी दूरी पर ही एक बैकअप टीम रहेगी। शोहदों के फब्ती कसने या छेड़छाड़ करने पर ये महिला पुलिसकर्मीं पहले खुद उन्हें सबक सिखाएंगी। इसके बाद बैकअप टीम संबंधित को थाने ले जाएगी और कानूनी कार्रवाई करेगी। इससे शोहदों की हरकतों पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जाएगा। महिला पुलिसकर्मियों की ये टीम एंटी रोमियो स्क्वाड और पुलिस लाइन में तैनात महिला सिपाहियों से बनाई जा रही है।

चेतावनी तक सीमित रहती है एंटी रोमियो स्क्वाड

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एंटी रोमिया स्क्वाड की टीम का गठन हुआ। ये टीम सार्वजनिक स्थलों पर खड़े रहकर शोहदों पर नजर रखती है। पिछले वर्षों की कार्रवाई के आंकड़े देखें तो ये स्क्वाड टीम चेतावनी अधिक देती है। कार्रवाई का आंकड़ा बेहद कम है।