नीलम गुलाटी, डा। इशिता राका और डा। फाल्किया समर ने दी जानकारी

आगरा। हर किसी की त्वचा और बालों की बनावट अलग होती है। बनावट के साथ-साथ इनकी समस्याएं भी अलग होती हैं। सर्दियों में त्वचा और बालों की देखभाल भी जरूरी होती है। इस मौसम में त्वचा का रूखापन और बालों का झड़ना भी आम है। लेकिन, क्योंकि हर किसी के सामने अलग समस्या होती है, इसलिए जरूरी नहीं कि एक ही उपाय सब जगह काम करे। इसलिए आपको जरूरत होती है एक्सपर्ट की। यह कहना है मुंबई कीं सीनियर कॉस्मेटोलॉजिस्ट नीलम गुलाटी, डर्मेटोलॉजिस्ट डा। इशिता राका और डा। फाल्किया समर का।

रेनबो वैलनेस क्लीनिक की ओर से अस्पताल परिसर में कॉस्मेटिक एंड डर्मेटोलॉजी कार्यशाला आयोजित की गई। बॉलीवुड फेम नीलम गुलाटी ने बताया कि उम्र के कारण चेहरे पर आ रहे बदलावों के लिए कई बार उपचार की जरूरत पड़ती है। वैम्पायर फेसलिफ्ट, जिसे प्लेटलेट रिच प्लाज्म (पीआरपी) थैरेपी भी कहते हैं। यह एक कुदरती तरीका है, जिसमें तकनीक की मदद ली जाती है। ठीक इसी तरह यह तकनीक बालों पर भी इस्तेमाल की जाती है, जिससे बालों का टूटना, झड़ना रूक जाता है और उनकी ग्रोथ बढ़ने लगती है। डर्मेटोलॉजिस्ट डा। इशिता राका ने बताया कि आगरा में अभी लोग त्वचा या बालों से जुड़ी समस्या को रोग मानते ही नहीं हैं। लेकिन ऐसा नहीं है, हमारे शरीर के दूसरे अंगों की तरह ही त्वचा और बालों को भी एक विशेष प्रकार की देखभाल चाहिए होती है। डा। फाल्किया समर ने बताया कि हर किसी की त्वचा और बाल अलग होते हैं, इसके लिए एक्सपर्ट के पास जाना ही बेहतर है। वर्कशॉप में डा। जयदीप मल्होत्रा और डा। नरेंद्र मल्होत्रा, रेनबो आईवीएफ कीं डा। निहारिका मल्होत्रा ने भी कॉस्मेटोलॉजी और डर्मेटोलॉजी के महत्व पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर डा। केशव मल्होत्रा, सुनील गुलाटी, डा। वंदना कालरा, डा। मनप्रीत शर्मा, डा। शैमी बंसल, डा। पंकज भाटिया, डा। नीरजा सचदेव, डा। शैली गुप्ता, डा। विश्वदीपक, सोनल भार्गव आदि मौजूद थे।