प्रयागराज ब्यूरो । कॅरियर की तलाश में शहर आए 26 वर्षीय अनुराग पाल ने फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके द्वारा किए गए सुसाइड में 02 नंबर का कनेक्शन पुलिस की जांच में सामने आया है। इसी दो नंबर के कारण उसका बिहार शिक्षक भर्ती में सिलेक्शन नहीं हो पाया। इस बात से वह काफी व्यथित रहने लगा। काफी दिनों तक वह इस सदमें से बाहर नहीं निकल सका। गुरुवार रात वे जान दे दिया। सुबह जानकारी हुई तो मकान मालिक व साथियों के जबर खबर पुलिस को दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस घर वालों को खबर देने के बाद बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दी। घटना शिवकुटी थाना क्षेत्र के भुलई का पुरवा की है।

कमरे से मिली है एक डायरी
छात्र अनुराग पाल सुल्तानपुर जनपद स्थित कैथवारा क्षेत्र स्थित छेदवारी गांव निवासी राममिलन पाल का बड़ा बेटा था। बताते हैं कि परिवार में उससे छोटा एक भाई और बहन है। यह दोनों मां नीला देवी व पिता के साथ गांव में ही रहते हैं। पेशे से किसान राममिलन सहित पूरे परिवार के सपने अनुराग पर टिके हुए थे। करीब तीन साल पूर्व तैयारी करने के लिए अनुराग यहां आया था। शहर आने के बाद वे शिवकुटी एरिया के भुलईपुरवा में किराए पर कमरा लेकर पढ़ाई शुरू कर दिया। जिस मकान में वह रूम लिया था उसमें कुछ छात्र और भी किराए पर ही रहते हैं। दूसरे फ्लोर पर खुद मकान मालिक रहा करता है। रोज की तरह गुरुवार सभी अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। सुबह जब हमेशा की तरह वह उठकर बाहर नहीं आया तो साथी छात्रों को फिक्र होने लगी। छात्र जानकारी मकान मालिक को दिए। मकान मालिक की मौजूदगी में छात्र किसी तरह उसके कमरे में झाककर देखे तो उनके होश उड़ गए। अनुराग की बॉडी फांसी के फंदे से लटक रही थी। किसी तरह दरवाजा खोलकर उसकी बॉडी फांसी के फंदे से नीचे उतारी गई और जानकारी पुलिस को दी। खबर पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची। सूत्र बताते हैं कि उसके कमरे में पुलिस को एक डायरी मिली है। जिसमें लिखा है कि 2024 तक उसे नौकरी नहीं मिली तो वे खुद को समाप्त कर लेगा। वह डायरी पुलिस अपने कब्जे में ले ली है।

इसलिए डिप्रेशन में था छात्र
छात्र अनुराग ने बिहार में आई शिक्षक भर्ती के लिए आवेदन किया था। वहां जाकर वह इंटरव्यू भी दिया। उसके साथ के कई छात्रों का सिलेक्शन हो गया था। मगर उसका सिलेक्शन दो नंबर से रुक गया। बस यही वह दो नंबर है जिसकी वजह से उसे काफी धक्का लगा। वह इस दो नंबर के चक्कर में काफी दिनों से डिप्रेशन में रहने लगा। बताते हैं कि वह पहले भी काफी रिजर्व व खामोशी से पढ़ाई किया करता था। सिलेक्शन रुकने के बाद वह काफी परेशान सा रहने लगा। फिलहाल इसी डिप्रेशन को पुलिस उसके सुसाइड की वजह मान रही है। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे उसके पिता राममिलन ने कहा कि वह काफी समझदार था। परसों फोन पर उससे बात हुई थी। छोटे बेटे को हम डांट दिए थे। वह कहा था पापा उसे डांटा नहीं करिए समझा दिया करिए। वह पढ़ाई करेगा। हमारा सिलेक्शन कहीं हो जाय तो उसे अच्छे से पढ़ाई है। यही कहते हुए राम मिलन पालन बेटे की याद में सुबक कर रोने लगा।


बॉडी को पोस्टमार्टम हाउस भेज दिया गया है। चौकी इंचार्ज को मौके पर भेजा गया था। छानबीन में क्या मिला है यह बात अभी अस्पष्ट रूप से नहीं बता पाऊंगा। पोस्टमार्टम बाद रिपोर्ट सहित सारी डिटेल चौकी इंचार्ज से ली जाएगी। यह क्लियर है कि उसके द्वारा सुसाइड किया गया है।
संजय गुप्ता, थाना प्रभारी शिवकुटी