विवादों का भी साया
ज्योति ने भले ही इंदिरा मैराथन में इतिहास रच दिया हो लेकिन वह विवादों ने भी नहीं बची। इंडियन एथलेटिक्स एसोसिएशन के नाम्र्स के मुताबिक 21 वर्ष से कम उम्र की प्लेयर इसमें पार्टिसिपेट ही नहीं कर सकते। इस नाम्र्स के हिसाब से ज्योति इस स्पर्धा में भाग लेने योग्य ही नहीं है। वैसे यह तथ्य भी सामने है इंदिरा मैराथन को ऑफिशियल दर्जा हासिल नहीं है। इसके अलावा लोगों को एक सवाल यह भी खटक रहा था कि लास्ट इयर की विनर रही अनीशा देवी और सेकंड प्लेस पर रही सुकन्या जो ज्योति से मेडिकल कॉलेज तक काफी आगे चल रही थीं, अचानक एक किलोमीटर से भी कम दूरी में प्रतियोगिता से बाहर कैसे हो गईं। वैसे पुरुष वर्ग में एक बार फिर अरविंद यादव सब पर भारी पड़े और लगातार तीसरे साल खिताब उन्होंने अपने नाम कर लिया।
कायम रही अरविंद की बादशाहत
जैसे-जैसे समय बीत रहा था, दिल की धड़कनें बढ़ती जा रही थीं। 42 किमी से भी लंबी मैराथन में कभी कोई आगे होता तो कभी कोई और। लोग अपने पार्टिसिपेंट्स की जीत को लेकर जरा भी आश्वस्त नहीं हो पा रहे थे। ये बेकरारी दो घंटे से अधिक तक छाई रही। मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के गेट पर विनर को देखने की उत्सुकता दर्शकों में साफ दिख रही थी। ये सीन था सिटी में मंडे को ऑर्गनाइज अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन का। जिसमें पिछले दो साल के विनर अरविंद कुमार यादव ने जहां जीत की हैट्रिक जमाई वहीं महिला वर्ग में एज ए विनर ज्योति सिंह के रूप में नया चेहरा सामने आया।
उम्मीद की जीत
लोग उम्मीद कर रहे थे कि इस बार 42.195 किमी लंबी इंदिरा मैराथन का खिताब अम्बेडकर नगर के अरविंद कुमार यादव के नाम रहेगा। उम्मीद हकीकत में भी बदल गई। पिछले दो बार के विनर रहे अरविंद ने अपने करीबी पार्टिसिपेंट आर्मी के सत्य प्रकाश को पछाड़ते हुए 2 घंटे 21 मिनट और 50 सेकंड में ये दूरी तय की। वहीं जबलपुर के सत्य प्रकाश दूसरे नंबर पर रहे। उन्होंने मैराथन को 2 घंटे 22 मिनट 22 सेकंड पूरा किया। थर्ड प्लेस पर मऊ के रहने वाले आर्मी के सानरू यादव ने कब्जा जमाया। 42 किमी से अधिक लंबी मैराथन को कम्प्लीट करने में उन्होंने 2 घंटे 22 मिनट 41 सेकंड का टाइम लिया।
अंतिम पलों में किया click
महिला वर्ग में ज्योति सिंह का मैराथन जीतना किसी अजूबे से कम नहीं रहा। इस किसान की बेटी ने अंतिम समय में जो हौसला और हिम्मत दिखाई वह आखिरी क्षण तक कायम रही। आलम ये रहा कि उनकी करीबी पार्टिसिपेंट और उनके बीच कई किमी का फासला रहा। भदोही की ज्योति ने 3 घंटे 10 मिनट 57 सेकंड में दूरी तय करते हुए फस्र्ट प्लेस हासिल किया। सेकंड प्लेस पर हमीरपुर की रंजना सिंह ने 3 घंटे 24 मिनट 32 सेकंड के साथ कब्जा जमाया। थर्ड प्लेस पर ग्रेटर नोयडा की इंद्रेश धीरज रहीं। उन्होंने दूरी तय करने में 3 घंटे 28 मिनट 16 सेकंड का समय लिया।
कहीं improvement दिखा तो कहीं पलटी बाजी
एक तरफ पुरुष वर्ग में अरविंद ने अपने पिछले साल की बनाई फिनिशिंग टाइमिंग को ब्रेक कर इम्प्रूवमेंट दिखाया तो वहीं दूसरी ओर महिला वर्ग में फॉर्मर चैंपियन रहीं सुकन्या मल और अनीशा देवी फिनिशिंग प्वाइंट तक भी नहीं पहुंच सकीं। 2010 में अरविंद ने 2 घंटे 27 मिनट 14 सेकंड तो 2011 में 2 घंटे 32 सेकंड 30 सेकंड में मैराथन पूरी की थी। बाद में उन्होंने इस इम्प्रूवमेंट पर खुशी भी जताई और आशा की कि फ्यूचर में वे इसे और सुधारने की कोशिश करेंगे। वहीं महिला वर्ग में 2010 और 2011 की विनर रहीं अनीशा देवी और 2008 और 2009 की विनर सुकन्या मल को लास्ट मोमेंट में अनफिट होकर बीच रास्ते में ही मैराथन छोडऩी पड़ी। जबकि अंतिम लैप तक पहले और दूसरे प्लेस के लिए फाइट कर रही थीं। इसका बेनिफिट ज्योति सिंह को मिला।
नहीं टूट सके improvement
28वीं इंदिरा मैराथन प्राइजमनी के बढऩे से भले ही खास हो गई हो लेकिन एक मामले में लोगों को निराश होना पड़ा। जिस तरह से शुरुआती दौर में पुरुष वर्ग में सत्य प्रकाश और अरविंद ने तेजी दिखाई थी उससे लगने लगा था कि साल 1986 में स्वरूप सिंह द्वारा बनाया गया 2 घंटे 13 मिनट 57 सेकंड का रिकार्ड टूट जाएगा। लेकिन, ऐसा नहीं हो सका। एक बार फिर ये रिकार्ड टूटने से रह गया। इसी तरह महिला वर्ग में भी मुंबई की सत्य भामा द्वारा 1996 में बनाया गया 2 घंटे 44 मिनट 40 सेकंड के रिकार्ड का टूटना तो दूर पार्टिसिपेंट्स इसके आसपास भी नहीं फटक सके।
दिखा गजब का जोश
मंडे की मॉर्निंग 6.30 बजे आनंद भवन से युवा कल्याण एवं खेल राज्य मंत्री राम करन आर्य ने हरी झंडी दिखाकर मैराथन को रवाना किया। इस दौरान लगभग चार हजार पार्टिसिपेंट्स का जोश देखते बन रहा था। उन्हें केवल फ्लैग ऑफ होने का इंतजार था। पार्टिसिपेंट्स की अगुवाई नन्हे-मुन्नों ने स्केटिंग के जरिए किया। वे आगे-आगे चल रहे थे। मौके पर ही डीएम राजशेखर और एसएसपी मोहित अग्रवाल ने सभी का उत्साह बढ़ाया। चीफ गेस्ट ने हवा में गुब्बारे और कबूतर उड़ाकर शांति का संदेश भी दिया।
जबरदस्त dance से हुआ समापन
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में मंडे की शाम मैराथन प्राइज डिस्ट्रीब्यूशन सेरेमनी दिलकश अंदाज में हुआ। इस दौरान जगत तारन गल्र्स इंटर कॉलेज, रामदेवी गल्र्स इंटर कॉलेज, नारायणी आश्रम कॉलेज, क्रास्थवेट गल्र्स कॉलेज और केपी गल्र्स कॉलेज की स्टूडेंट्स ने एक से बढ़कर एक डांस आइटम्स पेश किए। गणेश वंदना के साथ डांडिया और पंजाबी डांस को खूब सराहा गया। राज्य मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले समय में इंदिरा मैराथन देश की बेस्ट मैराथन होगी। उन्होंने पार्टिसिपेंट्स के हौसले की जमकर तारीफ भी की।
हुई पैसों की बरसात
इस बार की इंदिरा मैराथन पार्टिसिपेंट्स के लिए खास रही। कई सालों बाद विनर्स की प्राइजमनी बढ़ा दी गई थी। मैराथन में जहां फस्र्ट को 1.51 लाख रुपए प्राइज दिया गया वहीं सेकंड को 80 हजार और थर्ड को 34 हजार रुपए दिए गए। बाकी 11 को 6-6 हजार रुपए का सांत्वना पुरस्कार दिया गया। क्रास कंट्री में 15 से 20 साल आयु वर्ग, सीनियर सिटीजन, 15 साल से कम आयु और 20 साल से अधिक बालिका वर्ग में 5 से एक हजार रुपए तक का प्राइज दिया गया। इनाम की बढ़ी हुई राशि को पाकर विनर्स के चेहरे खिल उठे।
एक नजर
28वीं इंदिरा मैराथन (42.195 किमी)
पुरुष वर्ग
प्लेस विनर चेस्ट नंबर टाइमिंग
फस्र्ट अरविंद कुमार यादव 873 2 घंटे 21 मिनट 50 सेकंड
सेकंड सत्य प्रकाश 893 2 घंटे 22 मिनट 22 सेकंड
थर्ड सानरू यादव 669 2 घंटे 22 मिनट 41 सेकंड
फोर्थ सुनील 783 2 घंटे 24 मिनट 36 सेकंड
फिफ्थ बुद्धा राम 784 2 घंटे 24 मिनट 50 सेकंड
महिला वर्ग
फस्र्ट ज्योति सिंह 1605 3 घंटे 10 मिनट 57 सेकंड
सेकंड रंजना सिंह 1601 3 घंटे 24 मिनट 32 सेकंड
थर्ड इंद्रेश धीरज 1602 3 घंटे 28 मिनट 16 सेकंड
फोर्थ प्रीति पाल 1607 3 घंटे 32 मिनट 07 सेकंड
फिफ्थ प्रभावती रावत 1603 3 घंटे 33 मिनट 53 सेकंड
क्रास कंट्री (15 से 20 साल आयु वर्ग की 8 किमी)
प्लेस विनर चेस्ट नंबर
फस्र्ट राजेंद्र बिंद 11730
सेकंड उत्तरा कुमार पाल 13486
थर्ड राजकुमार 11955
फोर्थ नंद लाल 13175
फिफ्थ महेश कुमार 13437
सीनियर सिटीजन, 8 किमी
फस्र्ट नवनकिशोर 10538
सेकंड सभाजीत यादव 10555
थर्ड राम अवतार 10551
फोर्थ भारत प्रसाद 10531
फिफ्थ नरेंद्र 10532
15 वर्ष से कम, 4 किमी
फस्र्ट वीरेंद्र कुमार पाल 2768
सेकंड अर्जुन कुमार 2336
थर्ड मुकेश कुमार 2894
फोर्थ रूपचंद्र पाल 7022
फिफ्थ ओम प्रकाश 2310
20 वर्ष तक की आयु, बालिका वर्ग (4 किमी)
फस्र्ट गीता भारतीय 10015
सेकंड सुधा पाल 10118
थर्ड नंदिनी गुप्ता 10120
फोर्थ सुगंधा गुर्जर 10121
फिफ्थ रीतू 10005