प्रयागराज ब्यूरो । माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर पूरा जनपद शिवमय रहा। भोर से ही हर-हर गंगे, बम-बम भोले का जयकारा लगाते हुए भक्तजन पाप नाशिनी त्रिवेणी यानी संगम में स्नान किए। इतना ही नहीं गंगा के अक्षयवट, रामघाट, दारागंज, गंगोली शिवालय, ओल्ड जीटी, अरैल व रसूलाबाद व फाफामऊ घाट पर भी स्नानार्थियों की काफी भीड़ रही। स्नान का यह सिलसिला देर दोपहर बाद तक चलता रहा। शाम करीब छह बजे तक 09 लाख 70 हजार श्रद्धालुओं के स्नान का दावा प्रशासन के जरिए किया गया। इस तरह लाखों भक्त संगम व गंगा में स्नान के बाद भगवान शिव का दर्शन करने के लिए निकल पड़े। शिवालयों में भक्तों की लंबी कतार लगी रही। भक्तों के जयकारे से पूरा इलाका गुंजायमान रहा। शिव मंदिरों व घरों में लोग रुद्धाभिषेक कराकर भगवान से इच्छित वर की कामना किए। शाम के वक्त जगह-जगह निकाली गई शिव बारात में शामिल भक्तजन भक्ति गीतों पर थिरकते रहे। इसी के साथ माघ मेले का आफिसियल समापन भी हुआ।

सुरक्षा में अलर्ट रहे रहे अधिकारी
पुरोहितों की मानें तो महाशिवरात्रि पर शिव योग, सिद्ध योग, श्रवण व घनिष्ठा नक्षत्र का दुलर्भ संयोग रहा। साथ ही मीन राशि में बुध व राहु, कुंभ राशि में शुक्र व शनि संचरण करना अत्यंत पुण्यकारी माना गया। इससे स्नान, ध्यान व दान को लेकर लोगों में उत्साह काफी ज्यादा दिखाई दिया। माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व पर डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु एक दिन पूर्व ही मेला क्षेत्र में अपनों के टेंट पर डेरा डाल दिए थे। उत्तर प्रदेश के अन्य जनपदों व मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, बिहार सहित अनेक प्रदेशों से आए श्रद्धालु भोर से ही डुबकी लगाने के लिए स्नान घाटों पर पहुंच गए। भक्तों की भीड़ को देखते हुए मेला ही नहीं जनपदीय पुलिस प्रशासन भी अलर्ट रहा। स्नान घाटों पर जल पुलिस के गोताखोर तैनात रहे। बताते चलें कि संगम व गंगा स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने शिवालयों में दर्शन-पूजन किया। मनकामेश्वर महादेव, दशाश्वमेध, पंचमुखी महादेव, भोले गिरि, हाटकेश्वर महादेव, शिवकोटि महादेव, पडि़ला महादेव मंदिर में दर्शन के लिए भोर से शाम तक भक्तों की कतार लगी रही। शिवालयों में जलाभिषेक व रुद्राभिषेक कर करके लोग परिवार की वांछित फल की फरियाद किए। महाशिवरात्रि पर्व पर स्नान के साथ माघ मेला का समाप्त हो गया। कल्पवासी व अन्य श्रद्धालु व संत महात्मा तीर्थ क्षेत्र में अगले वर्ष लगने जा रहे महाकुंभ-2025 में फिर आने का संकल्प लेकर रवाना हुए। एक दो दिन में रेत पर बसा तम्बुओं का यह शहर वीरान हो जाएगी। मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक प्रेम कुमार गौतम, कुंभ मेलाधिकारी विजय किरण आनन्द आदि अफसर सुरक्षा व प्रशासनिक व्यवस्थाओं का जायजा लेते रहे।