प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गर निगम व विभाग से जुड़ी संस्थाओं के कर्मचारियों गली छाप गुंडों के टार्गेट पर हैं। पशुओं को पकड़े गई टीम पर हमले का मामला ठंडा नहीं पड़ा कि एक और घटना हो गई। इस बार कूड़ा कलेक्शन का यूजर चार्ज कलेक्ट करने गई महिला सुरवाइजर सीमा गोबिन्दानी का दबंग ने सिर फोड़ दिया। सिर के फटने के कारण खून से लथपथ महिला कर्मी जान बचाने के लिए गुहार लगाने लगी। आसपास के लोग पहुंचते इसके पहले दबंग घर छोड़कर भाग गया। खबर पाते ही नगर निगम के कई कर्मचारी उस दबंग के घर जा पहुंचे। मामले की कैंट थाने में तहरीर दी गई। पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस ने मारपीट का केस दर्ज करके शांत बैठ गई है। इससे यूजर चार्ज कलेक्ट करने वाले कर्मचारियों में रोष है।

गुहार सुन दौड़े लोग तो भागा आरोपित
प्रयागराज लायन बेस्ट मैनेजमेंट नगर निगम क्षेत्र में घर-घर कूड़ा कलेक्शन का काम करती है। इस काम के लिए कंपनी को नगर निगम के द्वारा अधिकृत किया गया है। इसी कंपनी में सिविल लाइंस निवासी पूरनचंद गोबिन्दानी की बेटी सीमा गोबिन्दानी सुपरवाइजर के पैद पर तैनात है। सीमा घर-घर कूड़ा कलेक्शन के लिए जाने वाले यूजर चार्ज यानी सुविधा शुल्क कलेक्ट करने का काम करती हैं। कैंट पुलिस को दी गई तहरीर में सीमा ने बताया कि सोमवार को यूजर चार्ज की वसूली में वह शहर के अशोक नगर नेवादा निवासी प्रेमचंद्र मकान नंबर 153/58 एल पर गई थीं। यूजर चार्ज के रूप में निर्धारित पैसे की डिमांड करने पर वहां मौजूद शैलेश नामक शख्स उन्हें गालियां देने लगा। उसके द्वारा दी जाने वाली गालियों का महिला कर्मचारी के जरिए विरोध करते हुए गाली नहीं देने की बात कही गई। आरोप है कि इस गालियों का विरोध करने पर आरोपित के द्वारा उसके ऊपर लोहे की रॉड फेक कर हमला किया गया। रॉड के प्रहार से उसका सिर फट गया और आंख के नीचे भी काफी चोट लग गई। सिर फटने के कारण खून से लथपथ महिला कर्मचारी जान बचाने के लिए गुहार लगाने लगी। उसकी आवास सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। वह बताई कि लोग पहुंचते इसके पहले आरोपित मौके से भाग निकला। उसके द्वारा दी गई सूचना पर नगर निगम के कई कर्मचारी मौके पर पहुंचे। कर्मचारियों के द्वारा हमले का विरोध किए जाने पर घर से एक महिला बाहर आई। वह आरोपित के बचाव में महिला कर्मी को लगी चोट के पीछे तरह-तरह के बहाने बताती रही। खैर पीडि़ता की तहरीर पर पुलिस के द्वारा 323, 504 व धारा 506 के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले में कोई उचित कार्रवाई नहीं किए जाने से पीडि़ता सहित अन्य कर्मचारियों में कैंट पुलिस के प्रति रोष है। नाराज कर्मचारी पुलिस पर आरोपित से मिली भगत का आरोप लगा रहे हैं। बताते चलें कि नगर निगम व विभाग से जुड़ी संस्थाओं के फील्ड वर्करों पर हमले की यह पहली घटना नहीं है।

केस-1
करेली के साठ फीट रोड पर 16 फरवरी को छुट्टा पशु पकडऩे गई नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण विभाग की टीम पर पथराव हो गया था। कैटिल वैन को क्षतिग्रस्त करके एक कर्मचारी की भी पिटाई की गई थी। विभागीय अफसर की तहरीर पर करेली थाने में आरोपित मो। इरफान व उसके अन्य साथियों पर केस दर्ज हुआ था।

केस-2
शिवकुटी एरिया के रसूलाबाद में भी नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण विभाग की टीम पर हमला दबंग पशु पालक हमला कर चुके हैं। हालांकि यह मामला पिछले वर्ष का है। टीम रसूलाबाद में भी छुट्टा पशुओं को पकडऩे के लिए गई थी। इस मामले में भी विभाग के द्वारा शिवकुटी थाने में केस दर्ज कराया गया था।

केस-3
छुटा पशुओं को पकडऩे गई नगर निगम के पशु चिकित्सा एवं कल्याण विभाग की टीम पर नैनी एरिया में अलग-अलग महीनों में तीन बार हमला हो चुका है। पशुचिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी ने उस वक्त बताया था कि हमलावरों के जरिए कर्मचारियों की पिटाई की गई थी। यह केस भी पिछले साल का है। नैनी थाने में केस दर्ज कराया गया था।