प्रयागराज ब्यूरो । महाकुंभ 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं। जिसको देखते हुए लगातार बैठकों का दौर जारी है। इसी कड़ी में 18 दिसंबर को शीर्ष समिति यानी अपेक्स कमेटी की बैठक मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र की अध्यक्षता में होने जा रही है। जिसमें सात अरब लागत की 79 परियोजनाओं को हरी झंडी जानी है। इसको लेकर गुरुवार को मेला अधिकारी विजय किरन आनंद की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें बताया गया कि परियोजनाओं में सड़क एवं जल निकासी की 10, मार्ग प्रकाश की 51, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की 16, जलापूर्ति की एक तथा अस्थायी कार्यों की एक परियोजना शामिल है। जिनकी समीक्षा खुद मेला अधिकारी ने की।

अलग अग बिंदुओं पर समीक्षा

गुरुवार को आई ट्रिपलसी सभागार में हुई बैठक में महाकुंभ परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा भी की गई। जिसमें पीडीए द्वारा क्रियान्वित परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए कटका तिराहे रोड पर कार्यों की गति धीमी होने पर तथा यूटिलिटी शिङ्क्षफ्टग के कार्यों में लापरवाही बरतने पर अधिशासी अभियंता, विद्युत यांत्रिक खंड, पीडीए के जेई बीपी ङ्क्षसह पर खासी नाराजगी व्यक्त की। मेला अधिकारी ने थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन एजेंसी (टीपीआइए) से उन्हें स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।

मौके पर जाकर चेक करेंगे क्वालिटी

मेला अधिकारी ने कटका रोड पर जीएसबी ग्रेङ्क्षडग की समस्या पर टीपीआइए के विशेषज्ञ को आसपास के जीएसबी प्लांट पर जाकर क्वालिटी चेक करने के निर्देश दिए। भूमि अधिग्रहण के प्रकरणों में संबंधित एसडीएम को निस्तारण को कहा। माघ मेला 2024 में शौचालयों की क्वालिटी के ²ष्टिगत निविदा में भाग लेने वाले वेंडरों से उनके टायलेट व यूरिनल का डिस्प्ले देखा। इस अवसर पर माघ मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद, एडीएम विवेक चतुर्वेदी तथा मेला प्रबंधक विवेक शुक्ला मौजूद रहे।

प्रयागराज में हुई थी पहली बैठक

बता दें कि अपेक्स कमेटी की पहली बैठक भी प्रयागराज में ही हुई थी, जबकि इसके बाद की चार बैठकें लखनऊ में हुईं। अब पुन: छठवीं बैठक प्रयागराज में होने जा रही है। जिसमें सबसे ज्यादा जल निगम की लगभग 250 करोड़ रुपये की एक दर्जन बड़ी परियोजनाओं को स्वीकृत कराने की योजना है, जिसमें स्थायी और अस्थायी दोनों प्रोजेक्ट हैं। परियोजनाओं को पूरा करने में वेंडरों द्वारा सामानों की खरीद फरोख्त पर भी निर्णय लिया जाएगा। इसी तरह नगर निगम की मार्ग प्रकाश व सड़क परियोजनाओं की भी मंजूरी दिलाने की तैयारी चल रही है। गंगा प्रदूषण, पीडीए, पीडब्ल्यूडी की भी कई परियोजनाओं का डीपीआर तैयार कराया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इस बैठक के बाद महाकुंभ की तैयारियों को लेकर तस्वीर अधिक साफ हो जाएगी।