आर्य कन्या डिग्री कालेज में श्री कृष्ण महोत्सव का आयोजन

स्टूडेंट्स ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में किया पार्टिसिपेट

ALLAHABAD: श्री कृष्ण को वर्तमान वैश्रि्वक परिदृश्य में उतने ही प्रासंगिक है, जितना कि वे अपने समय द्वापरयुग में थे। अंधेरे पक्ष में उनका जन्म प्रकाश पुंज को विस्तारित करता है तो उनका मातृप्रेम भाव और साख्य रूप वर्तमान मातृ दिवस और फ्रेंडशिप डे को याद करता है। ये बाते बुधवार को आर्य कन्या डिग्री कालेज में चल रहे श्रीकृष्ण महोत्सव के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंची डीन कला संकाय इलाहाबाद यूनिवर्सिटी प्रो। मृदुला त्रिपाठी ने कही। उन्होंने स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि महाभारत का युद्ध केवल धर्म स्थापना के लिए ही नहीं शांति की भी स्थापना करता है। इसके पूर्व महोत्सव में स्टूडेंट्स के लिए विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

नीति व राजनीति के महानायक

कालेज में चल रहे महोत्सव के अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कालेज के शासी निकाय के अध्यक्ष पंकज जायसवाल ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने भगवान श्री कृष्ण को नीति व राजनीति के संस्थापक एवं महानायक की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि श्री कृष्ण का जीवन अनुकरणीय है। इस अवसर पर प्रो। उमाकांत यादव ने श्रीकृष्ण महोत्सव के 15 दिवसीय कार्यक्रम की रूप रेखा पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय की प्रचार्य डॉ। उर्मिला श्रीवास्तव ने अतिथियों का स्वागत किया और डॉ। रमा सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ। इभा सिरोठिया ने किया। सम्पूर्ण गायन को दिशा डॉ। इला मालवीय ने दिया। इस अवसर पर डॉ। प्रमीति चौधरी, डॉ। मधु शुक्ला, आशा श्रीवासतव ने निर्णायक की भूमिका निभायी। इस अवसर पर आयोजित प्रतियोगिता में कुल पांच टीमों के 12 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। जिसमें इविवि के नितिन श्रीवास्तव को प्रथम, आर्य कन्या पीजी कालेज की शिवानी मालवीय को द्वितीय और जगत तारन ग‌र्ल्स डिग्री कालेज की छात्रा श्रृति त्रिपाठी एवं इविवि की स्नेहाशीष को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर कालेज की छात्राओं ने सीमा पर तैनात सैनिकों के लिए डॉ। सुमनरानी सिन्हा के नेतृत्व में राखी भेजी।