इलाहाबाद में एसिड अटैक के मामलों में पीडि़ताओं को अब तक नहीं मिला इंसाफ

मुंबई की प्रीती राठी पर एसिड अटैक करने वाले को कोर्ट ने दी है मौत की सजा

ALLAHABAD: मुम्बई की सेशन कोर्ट ने प्रीति राठी पर तेजाब हमले के केस में दोषी को सजा ए मौत की सजा सुनाकर अपराधियों को सख्त संदेश दिया है। इस फैसले की गूंज पूरे देश में सुनायी दे रही है। ऐसे में उन तमाम 'प्रीती' में भी उम्मीद की किरण जगी है जो एसिड अटैक का दर्द झेलने के बाद भी अब तक इंसाफ से पाने से वंचित हैं। उन्हें भी लग रहा है कि जिस प्रकार से मुंबई कोर्ट ने प्रीती राठी के आरोपी को उसके अंजाम तक पहुंचाया है उसी तरह इन्हें भी दर्द देने वालों को जल्द उनके अंजाम तक पहुंचाया जाए।

केस-वन

पत्‍‌नी, साली व सहेली पर फेंका एसिड

मऊआइमा क्षेत्र के सुल्तानपुर खास गांव में 19 मई 2014 को सुबह आठ बजे गुलशन अपनी बहन रेशमा और एक सहेली के साथ परीक्षा देने कालेज जा रही थी। उसी वक्त उसके पति जमाल ने अचानक इन तीनों के ऊपर तेजाब फेंक दिया। इससे यह तीनों सड़कपर गिर काफी जोर जोर से चिल्लाने लगीं। उधर मौका पाकर तेजाब फेंकने वाला पति जमाल वहां से भाग निकला। लोगों ने किसी तरह तीनों महिलाओं को पास के अस्पताल में पहुंचाया, लेकिन हालत नाजुक होने के चलते इन सब लोगों को एसआरएन अस्पताल रेफर कर दिया गया। पुलिस ने जांच में पाया कि पति पत्‍‌नी के बीच तलाक को लेकर विवाद चल रहा था। जिसकी वजह से पति ने तेजाब फेंक उसे मारने का प्रयास किया। अभी तक इस केस पर फैसला नहीं आया है।

वर्जन

घटना के बाद आरोपी पति को पकड़ कर जेल भेजा जा चुका है। कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दिया गया है। कोर्ट में ट्रायल चल रहा है।

सतेन्द्र सिंह थानाध्यक्ष मऊआइमा

केस-टू

एक तरफा प्यार में जलाया

इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में पड़ने वाली बीटेक छात्रा पर उस समय हमला हुआ जब वत अपने हास्टल से निकलकर कहीं किसी काम से पैदल जा रही थी। एकतरफा प्यार में पागल पटना के रहने वाले हेमंत यादव ने पीछे से आकर छात्रा पर पेट्रोल छिड़ककर माचिस से आग लगा दी। आग की लपटों से घिरी छात्रा ने शोर मचाना शुरू किया। किसी तरह राहगिरों ने छात्रा को बचाया और उसे निकट एक प्राइवेट हास्पिटल में भर्ती कराया। बताया गया था कि इस घटना में छात्रा 25 प्रतिशत तक झुलस गयी थी। पुलिस ने इस मामले में आरोपी युवक को पकड़ कर उसे जेल भेज दिया था। लेकिन अभी तक आरोपी को सजा नहीं मिली।

वर्जन

समीर सिंह कोतवाल कर्नलगंज

रेप के बाद चेहरे पर फेंका तेजाब

शहर की रहने वाली एक महिला पर पिछले महीने कानपुर गई थी। महिला रेलवे स्टेशन के पास झुग्गी झोपड़ी में रह रही थी। सुबह कुछ लोगों ने महिला के साथ रेप किया। इसके बाद उसे रेल पटरी के किनारे फेंककर उसके चेहरे पर तेजाब डाल दिया। रेलवे पुलिस ने तेजाब से झुलसी महिला हैलट हास्पिटल में भर्ती कराया। इस मामले में महिला की तहरीर पर कलक्टरगंज थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। तेजाब चेहरे पर पड़ने की वजह से उसका चेहरा काफी झुलस गया था। इसलिये वह बोल नहीं पा रही थी। इस घटना के बाद कानपुर पुलिस और रेलवे पुलिस मिलकर मामले की जांच कर रही हैं।

शहर में सुरक्षित नहीं बेटियां

यह तीन घटनाएं तो बानगी मात्र हैं। मानवता को शर्मसार कर देने वाले इसी तरह के कई मामले शहर या आसपास के एरिया में प्रकाश में आ चुके हैं। शहर में महिलाएं व लड़कियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। कभी चलती टेंपो में छात्रा से रेप की कोशिश होती है तो कभी माता-पिता के सामने बेटी की आबरू पर हमला होता है। प्रदेश सरकार की ओर शुरू की गयी 1090 जैसी महिला हेल्पलाइन भी यहां बेटियों का सुरक्षा कवच नहीं बन पा रही हैं।