UPSC के पसंदीदा विषयों को बीए प्रथम वर्ष के एडमिशन में सबसे ज्यादा किया गया लॉक

ALLAHABAD: सिविल सर्विसेज के लिए ट्राई करने का सपना देखने वाले छात्रों ने इसकी एक झलक एडमिशन के समय ही दिखा दी है। इन छात्रों ने बीए में उस कांबिनेशन को सर्वाधिक तवज्जो दी है जो सिविल सर्विसेज में स्कोरिंग माने जाते हैं। विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष में दाखिले के लिए विषयों के कुल सौ काम्बिनेशन छात्रों को दिया गया था। जिनमें से राजनीतिशास्त्र विज्ञान, प्राचीन इतिहास व हिन्दी, हिन्दी, दर्शनशास्त्र व प्राचीन इतिहास और मैथ्स, दर्शनशास्त्र व राजनीतिशास्त्र विज्ञान जैसे विषयों के काम्बिनेशन की सीटें फुल हो गई हैं।

2900 सीटों पर हो चुका है प्रवेश

विश्वविद्यालय में बीए प्रथम वर्ष में सामान्य, ओबीसी, एससी व एसटी श्रेणी की कुल मिलाकर 3680 सीटें हैं। इनमें से मध्यकालीन इतिहास, प्राचीन इतिहास, राजनीतिशास्त्र विज्ञान, हिन्दी, अंग्रेजी साहित्य, एजूकेशन, मनोविज्ञान, दर्शनशास्त्र, डिफेंस स्टडीज, संस्कृति, भूगोल व अर्थशास्त्र जैसे विषयों के काम्बिनेशन में सभी सीटें फुल हो चुकी हैं।

20 काम्बिनेशन का ठिकाना नहीं

बीए प्रथम वर्ष में अरबिक, सितार व वोकल के साथ महत्वपूर्ण विषय का आप्शन दिया गया था

ऐसे 20 काम्बिनेशन का पता ही चला और काम्बिनेशन खाली रह गया

अरबिक विषय के साथ अंग्रेजी साहित्य व मध्यकालीन इतिहास जैसे विषय काम्बिनेशन को छात्रों ने नहीं पसंद किया

इस काम्बिनेशन की सभी 20 सीटें खाली रह गई हैं

उर्दू, अर्थशास्त्र, हिन्दी व एजूकेशन जैसे विषयों के साथ अरबिक विषय का काम्बिनेशन छात्रों को नहीं पसंद आया

अरबिक, उर्दू व एजूकेशन के काम्बिनेशन में सभी 26 सीटें खाली रह गई

तबले के साथ प्राचीन इतिहास व एजूकेशन के काम्बिनेशन में दो सीट, उर्दू के साथ अंग्रेजी साहित्य व प्राचीन इतिहास के काम्बिनेशन में सभी 15 सीटें रिक्त रही।

वोकल के साथ संस्कृत व हिन्दी विषयों के काम्बिनेशन की तीन सीट पर किसी छात्र ने दाखिला नहीं लिया

छात्रों ने सिविल सर्विसेज के पैटर्न के हिसाब से काम्बिनेशन चुना है। इसीलिए सितार, तबला, अरबिक व उर्दू के साथ महत्वपूर्ण विषयों के काम्बिनेशन में एडमिशन नहीं हुए। एक दर्जन से अधिक काम्बिनेशन में तीन सौ से अधिक सीटें खाली हैं।

प्रो। ऋषिकांत पांडेय,

चेयरमैन बीए प्रवेश समिति