लॉज पर धावा बोलकर भारतीय छात्रों को लाठी-डंडे से पीटा

भारतीय छात्रों ने कार्रवाई के डर से नहीं की शिकायत

जेएनयू के मसले पर एक मैसेज को लेकर पहले हुआ था टकराव

NAINI (4 March, JNN): नैनी के शियाट्स में बवाल के बाद कार्रवाइयों का दौर शुरू हुआ तो भारतीय छात्र साइलेंट हो गए लेकिन अफगानी शुक्रवार को फिर से वायलेंट हो गए। आरोप है कि अफगानियों ने शुक्रवार को गंगोत्री नगर के एक लॉज में धावा बोलकर तीन भारतीय छात्रों को लाठी-डंडों से पीटकर जख्मी कर दिया। पिटने के बाद भी भारतीयों ने खामोशी अख्तियार कर रखी है। उनको डर है कि अफगानियों के खिलाफ आवाज उठाने पर फिर से उन पर ही गाज गिर सकती है। इस मामले की कंप्लेन न तो शियाट्स एडमिनिस्ट्रेशन से की गई, न ही पुलिस से।

कई दिन से चल रहा है विवाद

शियाट्स में भारतीय व अफगानी छात्रों के बीच विवाद कई दिन से चल रहा है। विवाद की शुरुआत जेएनयू मसले पर एक अफगानी को वाट्सएप पर भेजे गए मैसेज से हुई थी। उस वक्त भारतीयों ने कदम पीछे खींच लिए लेकिन 25 फरवरी को कैंपस में शांति मार्च निकाले जाने के बाद फिर से टकराव की नौबत आ गई। फिर से मैसेज का मामला गर्माया और दोनों गुट आमने-सामने आ गए। नतीजा एक मार्च को कैंपस में अफगानी छात्रों व भारतीय छात्रों के बीच मारपीट के रूप में सामने आया। कैंपस में तोड़फोड़ हुई और छह भारतीय छात्रों को पीटकर जख्मी कर दिया गया था। इस मामले में भारतीयों की तरफ से अफगानी छात्रों के खिलाफ नैनी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई गई। भारतीयों के गुस्से को देखते हुए शियाट्स एडमिनिस्ट्रेशन ने भी आननफानन में 18 अफगानियों को सस्पेंड भी कर दिया।

15 भारतीयों पर भी हुई थी कार्रवाई

दो मार्च को बारी भारतीयों की थी। शियाट्स एडमिनिस्ट्रेशन ने कैंपस में तोड़फोड़ करने व मारपीट के मामले में 15 भारतीय छात्रों को सस्पेंड कर दिया व नैनी थाने में एफआईआर भी दर्ज करवा दी। सीसीटीवी से उपद्रवी भारतीयों के खिलाफ सुबूत मिलने का दावा किया गया। चर्चा है कि निलंबित अफगानियों में से ही कुछ ने शुक्रवार को गंगोत्री नगर के एक लॉज में हमला बोलकर भारतीयों के साथ मारपीट की। मामला एक मार्च से जुड़ा ही बताया जा रहा है।

शांति मार्च में हुए थे शामिल

जिन तीन छात्रों के साथ मारपीट की गई, उनके साथी 25 फरवरी को शांति मार्च में शामिल हुए थे। उन्हीं छात्रों से एक मार्च को भी झगड़ा हुआ था। आरोप है कि बदला लेने के लिए अफगानियों ने हमला बोला। बुरी तरह पिटने के बावजूद कार्रवाई के डर से छात्रों ने होठ सिल रखे हैं। छात्रों का कहना है कि अगर उन्होंने शिकायत की तो संस्थान उनको ही फंसा सकता है। नैनी की पुलिस का कहना है कि उसके मारपीट को लेकर कोई शिकायत नहीं आई है।