सिटी के ज्यादातर स्कूलों में अप्रैल में शुरू होता है स्कूल बदलने का प्रॉसेस

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देशभर में लॉकडाउन का असर हर किसी की लाइफ पर पड़ रहा है। एजुकेशन सेक्टर भी इससे अछूता नहीं है। सबसे ज्यादा प्रॉब्लम उन पैरेंट्स को होने वाली है जो इस इस बार नए स्कूल में एडमिशन की तैयारी में थे। वजह, लॉकडाउन के चलते कई स्कूल पहले ही बंद चल रहे हैं। वहीं ज्यादातर स्कूलों ने सीबीएसई की गाइडलाइन के अनुसार नए क्लास की ऑनलाइन पढ़ाई भी शुरू कर चुके हैं। इसके पीछे का सीधा मकसद है कि कोर्स टाइम पर पूरा हो जाए। ऐसे में स्कूल बदलने की चाहत पूरी होनी मुश्किल नजर आ रही है।

पहले से डिले है सेशन

एमपीवीएम की प्रिंसिपल सुष्मिता कानूनगो ने बताया कि इस पर सेशन ऑलरेडी डिले है।

14 अप्रैल के बाद भी स्कूल खुलेंगे या नहीं, इसको लेकर फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है।

अगर 14 अप्रैल के बाद स्कूल ओपेन भी होते हैं तो सबकुछ ट्रैक पर लाने के लिए रेगुलर क्लासेस टाइमली शुरू करने का प्रेशर रहेगा।

इन सबके बाद ही नए एडमिशन के प्रॉसेस की कवायद शुरू हो पाएगी।

एडमिशन प्रॉसेस पूरा होने में ही स्कूलों को मई का फ‌र्स्ट वीक खत्म हो जाएगा।

इसके बाद समर वैकेशन की छुट्टियां अनाउंस करने का टाइम आ चुका होगा।

कोर्स पूरा करने पर भी असर

लॉकडाउन कब तक रहेगा, यह भी अभी तय नहीं है। सीबीएसई के ऑर्डर के बाद सिटी के ज्यादातर स्कूलों ने ऑनलाइन क्लासेस शुरू करके कोर्स पूरा कराना शुरू कर दिया है। ऐसे में लेट एडमिशन होने पर स्टूडेंट्स पर भी छूटा कोर्स पूरा करने में काफी दिक्कत होगी। इसके साथ ही स्कूलों पर भी नए स्टूडेंट्स को छूटा कोर्स पूरा कराने का प्रेशर होगा। ऐसे में इस बार स्कूल चेंज कराने का प्रॉसेस टफ साबित होगा।

नए क्लास में न्यू एडमिशन में प्रॉब्लम आने के चांसेज बहुत ज्यादा हैं। अभी तो स्कूल ओपन होने की डेट ही नहीं क्लियर है। बाकी चीजें उसी के हिसाब से डिसाइड होंगी।

-सुष्मिता कानूनगो

प्रिंसिपल, एमपीवीएम