डीएम तक पहुंची शिकायत, ऐसे लोगों को अरेस्ट किए जाने के आदेश

PRAYAGRAJ: कोरोना जैसी खतरनाक बीमारी से भी कुछ लोग सीखने की कोशिश नही कर रहे हैं। ऐसा ही मामला तब आया जब गुरुवार को कोटवा के हॉस्पिटल में भर्ती जमातियों का एक रिश्तेदार राहत सामग्री लेकर पहुंच गया। उसे देखकर स्टाफ के होश उड़ गए। उसे हॉस्पिटल के भीतर जाने से रोक दिया गया। वह अपने साथ दातून, ब्लेड, कपडे और खानपान का सामान लेकर गया था। जब इसकी जानकारी शुक्रवार को डीएम को दी गई तो उन्होंने ऐसे लोगों को तत्काल अरेस्ट करने के आदेश दे दिए। बताया जा रहा है कि वह प्रतापगढ़ के जमातियों का रिश्तेदार था।

200 मीटर एरिया होगा सील

शुक्रवार को डीएम भानुचंद्र गोस्वामी कोटवा एट बनी के कोविड 19 हॉस्पिटल का निरीक्षण करने गए थे।

यहां पर कोरोना के कुल 9 मरीजों का इलाज किया जा रहा है।

डीएम ने कहा कि हॉस्पिटल के आसपास 200 मीटर एरिया सील कर दिया जाए।

किसी भी बाहरी को अंदर आने की इजाजत न दी जाए।

यहां तैनात लोगों को पास जारी किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कैंपस के आसपास सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी की जाए।

इलाज में लगे स्टाफ के कपड़ों को यही धोने का इंतजाम किया जाए।

हॉस्पिटल की ओर से आने व जाने वाले रास्तों को प्रतिबंधित करने के आदेश भी उन्होंने दिए हैं।

सेनेटाइज किए जाएंगे घर

डीएम ने कहाकि हॉस्पिटल के दौ सौ मीटर के घरों को दो से तीन दिन के भीतर सेनेटाइज किया जाएगा। यहां रहने वालों के लिए भी जरूरी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं जिसका उन्हे पालन करना होगा। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में खानपान सहित दूसरी चीजों को पहुंचाने का प्लान निर्धारित किया जाए। स्टाफ के जरूरत के सभी सामान बिना देरी किए उपलब्ध करा दिए जाएं। न तो कोई हॉस्पिटल के भीतर जाएगा और न ही कोई अंदर से बाहर जाएगा।

इलाहाबाद विवि के राजनीति विज्ञान के प्रो। शाहिद का सैंपल निगेटिव आया है। बता दें कि वह 11 मार्च को दिल्ली की मरकज से लौटे थे और चुपचाप अपना काम करते रहे। राज खुला तो विवि कैंपस में हड़कंप मच गया। उन्होंने दो विभागीय परीक्षाआमें डयूटी की थी। इसमें 144 छात्र शामिल थे। इसके अलावा उनके भाई भाभी, साथी टीचर सहित अन्य लोग भी तनाव में आ गए थे। प्रोफेसर के सैंपल की जांच मेडिकल कॉलेज की लैब में की गई है। इनके साथ चार अन्य सैंपल लगाए गए जो निगेटिव आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने 22 सैंपल बीएचयू भेजे थे जिनकी रिपोर्ट शुक्रवार को पेंडिंग बताई गई है। इस बीच 46 सैंपल और भेजे गए हैं। इनमें 20 मेडिकल कॉलेज और 26 को बीएचयू भेजा गया है।

यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का सैंपल निगेटिव आया है। इससे स्वास्थ्य विभाग ने राहत की सांस ली है।

डॉ। ऋषि सहाय,

नोडल अधिकारी प्रयागराज