2019

जुलाई में नैनी जेल से अहमदाबाद जेल शिफ्ट किए गए थे बाहुबली पूर्व सांसद अतीक

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लाख रुपये का इनाम पुलिस द्वारा घोषित है भाई पूर्व विधायक अशरफ पर

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लाख रुपये का इनाम सीबीआई ने घोषित किया है अतीक के बेटे उमर पर

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बार अतीक के चकिया स्थित घर की हो चुकी है कुर्की

भाई अशरफ से लेकर बेटा उमर तक है दो लाख रुपये का इनामी

धूमनगंज पुलिस ने अतीक के खिलाफ दर्ज किया गैंगस्टर का मुकदमा

PRAYAGRAJ: बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की फैमिली जिले ही नहीं जोन में भी मोस्ट वांटेड बन चुकी है। बेटे उमर से लेकर भाई अशरफ तक की पुलिस को शिद्दत से तलाश है। इन दोनों पर दो-दो लाख रुपये के इनाम घोषित हो चुका है। खुद अतीक गुजरात के अहमदाबाद की जेल में हैं। अतीक के घर की अब तक तीन बार व अशरफ के घर पांच बार कुर्की हो चुकी है। कई मर्तबा सीबीआई की टीम ने भी धावा बोल चुकी है। थर्सडे को धूमनगंज थाने की पुलिस ने उनके खिलाफ गैंगस्टर का एक और मुकदमा दर्ज कर दिया।

अतीत नहीं छोड़ रहा अतीक का पीछा

अतीक के खिलाफ दर्जन भर से अधिक मामले हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर नैनी से अतीक की जेल चेंज की गई थी। वह जेल में भले हैं, पर उनके गुर्गे आज भी जिले में सक्रिय हैं। अशरफ इंटर स्टेट आईएस 227 गैंग के लीडर बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद का छोटा भाई है। वह इस गैंग में सेकेंड मैन के रूप में जाना जाता था। अशरफ का 22 मुकदमे का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है। इन मुकदमो में अलकमा व सुरजीत हत्याकांड, चर्चित मर्डर केस जीतेंद्र पटेल व नीतू सरदार हत्याकांड सहित 25 जनवरी 2005 में हुए बसपा विधायक राजू पाल मर्डर केस भी शामिल है। राजू पाल की हत्या के बाद पत्‍‌नी पूजा पाल ने अतीक अहमद समेत भाई अशरफ सहित अन्य के खिलाफ धूमनगंज में मुकदमा दर्ज करवाया था। अप्रैल 2005 को विवेचना बाद अतीक व अशरफ समेत 11 अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र पुलिस ने दाखिल किया था।

सीबीआई नहीं खोज पायी अशरफ को

तत्कालीन विधायक राजू पाल की सरेआम हत्या की जांच 12 दिसंबर 2008 को सीबीसीआईडी को सौंप दी गई थी। इसके बाद जांच डंप होने लगी तो उनकी पत्‍‌नी पूर्व विधायक पूजा पाल ने सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद जांच सीबीआई को सौंप दी गयी। प्रकरण सीबीआई के पास जोन के बाद से अशरफ अंडर ग्राउंड चल रहा है। इसी के चलते उस पर दो लाख रुपये का पुरस्कार घोषित किया जा चुका है। अतीक के बेटे उमर पर दो लाख रुपये का इनाम सीबीआई ने रखा है।

बेटे उमर का लग गया नंबर

भाई अशरफ के बाद अब अतीक के बेटे उमर का नंबर आ गया है। गाजीपुर जेल कांड में उसका नाम समाने आया था। यह प्रकरण भी सीबीआई के पास है। तभी से उमर अंडर ग्राउंड चल रहा है। पुलिस को इसकी भी शिद्दत से तलाश है। जनवरी माह में सीबीआई ने उमर पर पुरस्कार की राशि बढ़ाकर दो लाख रुपये की थी। इसी महीने उसके वांटेड के पोस्टर शहर में लगाये गये हैं। गुरुवार को धूमनगंज थाने में दर्ज मुकदमे में अतीक अहमद के अलावा नियाज व रियाज अहमद पुत्रगण मटरू निवासी हरवारा धूमनगंज, जाहिद पुत्र मुनीर निवासी झुमरी हरवारा थाना धूमनगंज और मो। शेख पुत्र मो। हसीन निवासी झुमरी हरवारा को गैंगस्टर का आरोपित बनाया गया है।

अतीक अहमद सहित गैंग में शामिल अन्य चार लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है। गैंग बना कर अतीक के जरिए इनसे अपराध करवाया जा रहा था।

शमशेर बहादुर सिंह,

इंस्पेक्टर धूमनगंज