पिस्टल से लेकर कट्टा तक होता है तैयार, जैसा कस्टमर वैसा दाम फॉर्मूले पर बिकते हैं असलहे

<पिस्टल से लेकर कट्टा तक होता है तैयार, जैसा कस्टमर वैसा दाम फॉर्मूले पर बिकते हैं असलहे

PRAYAGRAJ: PRAYAGRAJ: कोविड काल में भी न तो अवैध असलहों की डिमांड बरकरार है। सप्लायर्स की चेन असलहों को कस्टमर्स तक पहुंचा रही है। रेट डिमांड से तय होता है। खास बात यह भी है कि इसे पड़ोस के जनपद चित्रकूट में ही मैन्यूफैक्चर किया जा रहा है। शुक्रवार को पुलिस ने दो लोगों की गिरफ्तारी दिखाते हुए यह दावा किया। पुलिस के अनुसार दो युवक असलहों के सप्लायर हैं और एसाइनमेंट डिलीवरी में लगे हुए थे। इसी बीच मुखबिर की सूचना पर पुलिस सक्रिय हो गयी और मामले का खुलासा हुआ।

चोरी की बाइक से निकले थे सप्लाई देने

मौत के सामान का सौदा करने वाले दो लोग गुरुवार रात एसओजी यमुनापार के हत्थे चढ़ गए। इनके पास से कुल दस असलहे बरामद किए गए। इनमें दो पिस्टल भी शामिल हैं। जिस बाइक पर दोनों सवार थे जांच में वह भी चोरी की निकली। गैर जनपद से लाए गए असलहे यहां बेचने की तैयारी में थे। इन असलहों को न सिर्फ गांव बल्कि शहर में भी बेचा करते थे। शहर में सेट किए गए कस्टमर्स का कुछ डिटेल भी पुलिस के हाथ लग गया है। इन तक पहुंचने की कोशिश पुलिस ने शुरू कर दी है।

7000 में खरीद कर क्भ्000 में बिक्री

पकड़े गए असलहा तस्करों में एक का नाम फैज उर्फ फज्जू पुत्र रेयाज है। वह करेली के गौस नगर का निवासी है। दूसरे का नाम मंगला पासी पुत्र मूलचंद्र बताया गया। मंगला करछना के खाई गांव का रहने वाला है। एसएसपी अभिषेक दीक्षित के निर्देश पर एसओजी टीम गुरुवार रात गश्त पर थी। टीम को मुखबिर ने बताया कि बाइक से दो असलहों के साथ दो तस्कर आ रहे हैं। वह मऊ जिले की तरफ से प्रतापपुर मार्ग पर चढ़ेंगे। टीम प्रभारी वृंदावन राय एसओ लालापुर व उप निरीक्षक दिवाकर सहित कई कांस्टेबल के साथ घेराबंदी कर ली। जैसे दोनों बाइक सवार प्रतापपुर रोड पर चढ़े, टीम ने उन्हें घेरकर दबोच लिया। तलाशी में एक बैग से इनके पास दस असलहे मिले। जांच में उनके पास की बाइक चोरी मिली। दोनों इन असलहों को मऊ चित्रकूट से खरीदकर लाते थे। वहां छह से सात हजार में खरीदे गए इन असलहों को यहां पंद्रह से बीस हजार रुपये में बेचा करते थे।