यूनिवर्सिटी हो या फिर कॉलेज स्टूडेंट यूनियन का इलेक्शन कराना यानी गुंडागर्दी का लाइसेंस देना है। कम से कम शॉर्ट मूवी 'दुविधा' में तो कुछ यही दिखाया गया है। खास बात यह है कि इसे तैयार किया है इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के सेंटर ऑफ फिल्म एंड थियेटर के स्टूडेंट्स ने। एयू कैंपस सहित सिटी के अन्य लोकेशन पर शूट की गई इस मूवी में डायरेक्टर से लेकर एक्टर तक सभी स्टूडेंट हैं।

इलाहाबाद की 'दुविधा'

एयू में स्टूडेंट यूनियन को बहाल करने के लिए इस समय जबरदस्त आंदोलन चल रहा है। स्टूडेंट लीडर्स इस मुहिम के तहत राहुल गांधी से भी मिल चुके है। ऐसे में इस मूवी चर्चा में आई इस शार्ट मूवी ने नया बखेड़ा खड़ा कर दिया है। इस मूवी में स्टूडेंट यूनियन का इलेक्शन कराने का गुंडागर्दी का लाइसेंस देना जैसा बताया गया है।

Side effect

यूनियन की डिमांड करें या फिर स्टूडेंट काउंसिल की इस मूवी में आम स्टूडेंट की इस दुविधा को ही चित्रित किया गया है। क्योंकि यूनिवर्सिटी और कॉलेज का स्टूडेंट यूनियन आम स्टूडेंट्स की हेल्प कम करता है बल्कि उनकी मुश्किलों को ज्यादा बढ़ाता है। इसके साथ ही मूवी में यूनियन के अन्य डिफरेंट साइड इफेक्ट को भी दिखाया गया है।

शुरु हो गया हंगामा

एयू के सेंटर ऑफ फिल्म एंड थियेटर के स्टूडेंट राहुल की इस मूवी के प्रोमो यू ट्यूब में लोड हो जाने के बाद यूनिवर्सिटी में हंगामा शुरु हो गया है। सेटरडे को स्टूडेंट्स यूनियन की डिमांड कर रहे स्टूडेंट्स ने कॉलेज कैम्पस में इस मूवी का जबरदस्त विरोध किया है। उधर, इस शार्ट मूवी के डाइरेक्टर राहुल का कहना है कि उन्होंने अपने दिल की आवाज सुनी और उसी को बेस करके यह शार्ट मूवी तैयार की है।

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