प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गुस्से ने एक परिवार के सात लोगों को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। मामला मु_ीगंज का है। मु_ीगंज में बहू ने आत्महत्या कर ली तो गुस्साए मायके वालों ने घर में आग लगा दी। जिससे कारोबारी और उनकी पत्नी की आग में जलने से मौत हो गई। मामले में कारोबारी की बेटी ने बहू के मायके वालों के खिलाफ केस दर्ज करा दिया। जिसमें मु_ीगंज पुलिस ने परिवार के सात लोगों को गिरफ्तार किया है। सभी को जेल भेज दिया गया है। घटना से सत्ती चौरा में गम का माहौल है।

ये है मामला
सत्तीचौरा के रहने वाले अंशू केसरवानी की पत्नी अंशिका ने सोमवार रात फांसी लगा ली। इसकी सूचना पर मायके वाले पहुंच गए। मायके वालों ने अंशिका की बॉडी देखी तो अपना आपा खो दिया। पूरे घर में पेट्रोल डालकर आग लगा दी। जिससे अंशू के पिता राजेंद्र केसरवानी और मां शोभा देवी की जलकर मौत हो गई। मामले में अंशू की बहन शिवानी ने मायके के 12 लोगों को नामजद करते हुए साठ सत्तर अज्ञात पर केस दर्ज कराया।

बर्बाद हो गया पूरा परिवार
मु_ीगंज पुलिस ने केस दर्ज होने के बाद आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। पुलिस ने अंशिका के पिता सरदारी लाल, भाई अंशू केसरवानी, भाई आदर्श केसरवानी, चाचा रसिक लाल केसरवानी, चचेरे भाई शुभम केसरवानी, सचिन केसरवानी और अभिषेक केसरवानी को गिरफ्तार कर लिया। सभी सातों आरोपितों को जेल भेज दिया गया है। इन सभी पर धारा 147, 452, 323, 427, 436 और 302 के तहत केस दर्ज है। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर सुनील बाजपेयी, अतिरिक्त निरीक्षक श्रवण कुमार, वरिष्ठ उप निरीक्षक राधे श्याम, दारोगा गौरव कुमार, दारोगा संजय कुमार यादव और पुलिस टीम शामिल रही।

सीसीटीवी फुटेज से हो रही तलाश
घटना को लेकर पुलिस सीसीटीवी फुटेज से आरोपितों की तलाश कर रही है। दरअसल, मायके वालों के साथ साठ सत्तर लोग आए थे। इन लोगों ने जमकर तोडफ़ोड़, हंगामा किया था। अब अज्ञात लोगों की तलाश सीसीटीवी फुटेज से चल रही है।

कारोबारी और उनकी पत्नी की मौत के मामले में केस दर्ज किया गया था। जिसमें सात आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। सभी को जेल भेज दिया गया है।
सुनील बाजपेयी, इंस्पेक्टर मु_ीगंज

अब कौन आवाज लगाएगा, शिवानी
बुधवार को सुबह हुई तो शिवानी एकटक पिता के कमरे की ओर निहारती रही। शिवानी की सुबह रोज पिता की आवाज के साथ होती थी। पिता उसे उठाते थे, चाय के लिए कहते थे। पिता राजेंद्र को शिवानी के हाथ की चाय पंसद थी। मगर बुधवार को पिता ने आवाज नहीं दी। शिवानी यही कहकर रोती रही कि अब वह किसके लिए चाय बनाएगी।

पसरा रहा मातम, लगी रही भीड़
बुधवार को सत्ती चौरा मार्केट में मातम का माहौल रहा। कारोबारी राजेंद्र केसरवानी के घर के आसपास दुकानें बंद रहीं। घर पर मिलने वालों का तांता लगा रहा। राजेंद्र की चारों बेटियों बदहवाश सी रहीं। जब भी कोई रिश्तेदार पहुंचता चारों बेटियों बिलख पड़तीं।

आरोपित पकड़े तो ठंडा हुआ गुस्सा
घटना को लेकर स्थानीय लोगों में बेहद आक्रोश रहा। लोगों का गुस्सा पुलिस पर रहा। लोगों का आरोप है कि घटना वाली रात अगर पुलिस समय से पहुंच गई होती तो शायद इतनी बड़ी घटना न होती। जिसका नतीजा रहा कि पुलिस ने बगैर देरी किए हुए सभी सातों आरोपितों को पकड़ लिया। आरोपितों के पकड़े जाने की खबर लोगों तक पहुंची तो लोगों का गुस्सा ठंडा हुआ।