आपके बॉडी सेल से डेवलप होंगे ऑर्गेंस
नई खोज के मुताबिक आपके किसी अंग के सेल को लेकर उससे खराब अंग के टिश्यू डेवलप किए जाएंगे। इससे आपका खराब ऑर्गेन ठीक हो जाएगा। अभी इस खोज को विज्ञानी लैब में परख रहे हैं। फिलहाल चूहों पर इसका सफल परीक्षण किया जा चुका है।

लगा दिए life के 14 कीमती साल
इटली के लिंक यूनिवर्सिटी कैंपस के बायोलिंग इंस्टीट्यूट रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर और सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉपाउलो डि नार्डों की रिसर्च वाकई चौंकाने वाली हैसंडे को आईआईआईटी में चल रहे साइंस कॉन्क्लेव में उन्होंने इसके बारे में बतायावह टिश्यू इंजीनियरिंग पर काम कर रहे हैंइसमें कोई भी ऑर्गन फेल हो जाने पर पेशेंट की बॉडी सेल से ही दोबारा टिश्यू तैयार कर उसका ट्रांसप्लांट किए जाने की बात हैइस रिसर्च में उन्होंने अपनी लाइफ के 14 साल लगाए हैं

मांगी है UMA से permission
डॉ
पाउलो खुद एक सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट हैंइसलिए उन्होंने रिसर्च की शुरुआत हार्ट मसल्स से की हैइसके लिए उन्होंने पिग और चूहों पर लंबी रिसर्च कीउनका कहना है कि चूहों पर की गई उनकी रिसर्च सक्सेसफुल रहीउन्होंने चूहे की सेल से ही उसकी हार्ट मसल्स तैयार करने में कामयाबी हासिल कीअब इंसानों पर इस रिसर्च का क्लीनिक ट्रायल करने के लिए उन्हें यूरोपियन मेडिकल एजेंसी की परमिशन मांगी हैये एजेंसी यूरोप के कई स्टेट में है और इसके अंतर्गत रिसर्च काफी सख्त कानून के बीच होती हैइसलिए परमिशन मिलने के बाद ही वह अगला स्टेप उठा सकते हैं

दूर हो जाएंगी ये दिक्कतें
प्रजेंट में अगर किसी को किडनी
, लीवर या हार्ट जैसे दूसरे आर्गन ट्रांसप्लांटेशन की जरूरत पड़ती है तो इसमें काफी दिक्कतें पेश आती हैंपहले तो डॉक्टर्स डोनर की पूरी प्रोफाइल चेक करते हैंउसका ब्लड ग्रुप और मेडिकल हिस्ट्री सहित कई बार फैमिली के लोगों की बॉडी से ऑर्गन लिए जाते हैंइसके अलावा ट्रांसप्लांटेशन में मोटी रकम खर्च होती हैडॉनार्डो बताते हैं कि यूरोप में तो हार्ट ट्रांसप्लांटेशन के लिए हाफ मिलियन यूरो तक खर्च करना पड़ता हैबावजूद इसके रिजेक्शन के चांसेज बने रहते हैंसर्जरी के बाद भी पेशेंट को कई तरह की दिक्कतें फेस करनी पड़ती हैं

पहले मजाक उड़ाते थे और अब
बातचीत के दौरान डॉ
पाउलो ने बताया कि 1994 में जब उन्होंने रिसर्च स्टार्ट की तो लोग इसे मजाक के तौर पर लेते थेवे कहते थे कि बॉडी की सेल से ट्रांसप्लांटेशन के लिए टिश्यू तैयार करना नामुमकिन हैअब जबकि उन्होंने चूहे पर इस रिसर्च को बखूबी कर दिखाया तो लोग उन्हें एप्रिशिएट कर रहे हैंवे कहते हैं कि अभी तो उन्होंने हार्ट मसल्स तैयार की हैं लेकिन आगे चलकर वे बॉडी के दूसरे ऑर्गंस पर भी रिसर्च करेंगेउन्हें उम्मीद है कि प्रत्येक ऑर्गन का टिश्यू तैयार करने में उन्हें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी

 Risk of transplant surgery
- Risk of rejection of the transplanted organ
- Increased risk of infection due to the immunosuppressant medications
- Risk for acquiring AIDS, Hepatitis B, other viruses, or cancer from the donor organ - Organ donors are screened very carefully for these diseases, however on rare occasion, they are undetectable and may be passed to the recipient।
- Potential for a blood transfusion due to blood loss in the operating room and related risk for the transmission of infectious diseases from a blood donor। Blood donors are screened very carefully, but there may be a rare case when a disease may be undetectable and may be passed to the recipient।