प्रयागराज ब्यूरो । डायोसिस ऑफ लखनऊ संस्था के तत्वावधान में संचालित द इलाहाबाद हाई स्कूल सोसाइटी जिसके द्वारा इल्गिन रोड स्थित गल्र्स हाई स्कूल तथा चर्च लेन स्थित होली ट्रिनिटी स्कूल का संचालन किया जाता है। शुक्रवार को हुई बैठक में राकेश छत्री को द इलाहाबाद हाई स्कूल सोसाइटी का सचिव बोर्ड सदस्यों द्वारा चुना गया। बैठक सोसाइटी के बहुप्रतीक्षित कक्ष बिशप कार्यालय में बिशप मोरिस एडगर दान की अध्यक्षता में संपन्न हुई। प्रार्थना से बैठक की शुरुआत कर डॉ पीए सिंह को वाईस चेयरमैन चुना गया। कोषाध्यक्ष के रूप में पादरी प्रवीन मैसी को चुना गया।
वेतन से अधिक भुगतान की होगी जांच
जनरल बॉडी मीटिंग के बाद ही प्रबंधन समिति की बैठक शुरू हुई जिसमें ब्वॉॅयज हाई स्कूल की चर्च लेन स्थित एनेक्सी होली ट्रिनिटी स्कूल को स्वतंत्र रूप से संचालित करने का फैसला लिया गया। बैठक में सदस्यों ने बताया कि आईसीएससी सीआईएससीबीएल बोर्ड के नियमावली के अनुसार विद्यालय प्रांगण के बाहर किसी भी शाखा का संचालन अवैध माना जाएगा। बैठक में 4 पीडी टंडन रोड स्थित सचिव आवास को अपने कब्जे में करने हेतु आरके छत्री को अधिकृत किया गया। साथ ही विद्यालय के प्रिंसिपल एवं उनके चहेते शिक्षकों की तय वेतन से अधिक धनराशि मनमाने ढंग से लेने पर नई समिति द्वारा जांच कराई जाएगी। सोसाइटी से संचालित एक दर्जन से अधिक लक्जरी कारे किसकी अनुमति से खरीदी गई हैं? इसकी भी जांच करायी जायेगी। जाँच में निर्माण के लिए निकासी की गई राशि की भी जाँच कराये जाने पर मोहर लग चुकी है। साथ ही साथ सोसाइटी द्वारा संचालित विद्यालयों में शैक्षिक स्तर सुधारने के लिए डॉ लीडिया एंथोनी को सुपरवाईजर नियुक्त किया गया। बैठक में प्रिन्सिपल विनीता ईसुबियस, राकेश छत्री, डॉ प्रेमी सिंह, डॉ लीडिया एंथोनी, संजय मल, डॉ सिंथिया तिमोथी, मार्विन मसीह, प्रवीन मैसी, गेब्रियल लूथर एवं अजीत ओ फ्रासिस मौजूद रहे।

धनउगाही और कब्जे की नीयत से बनी नयी समिति
बिशप मोरिस एडगर दान की अध्यक्षता में बनी द इलाहाबाद हाई स्कूल सोसाइटी की नयी समिति पर बिशप पीटर बलदेव ने पलटवार करते हुए बताया कि नई समिति धन उगाही और कब्जे की नीयत से बनी है। यह माननीय उच्च न्यायालय के आदेश की अवमानना का विषय है। समिति के विधिक सलाहकार और अन्य सदस्य कितने पढ़े लिखे हैं इसका अंदाज़ा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि होली ट्रिनिटी स्कूल महज कक्षा 8 तक ही संचालित किया जाता है जिसकी मान्यता बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा दी जाती है ना कि आईसीएसई या आईएसई। बोर्ड केवल कक्षा 9-12 तक संचालन की मान्यता प्रदान करता है जो की होली ट्रिनिटी में संचालित नहीं होती है। जाहिर है कि यह बैठक ईसाइयों की आँखों में धूल झोंकने और झूठे सपने दिखाने की नीयत से बुलाई गई है।

जल्द दर्ज कराऊँगा एफआईआर: जॉन अगस्टीन
द इलाहाबाद हाई स्कूल सोसाइटी की नहीं समिति के गठन को लेकर फादर जॉन अगस्टीन ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए इसको हाई कोर्ट के आदेश की अवहेलना बताया है। फादर जॉन अगस्तीन ने बताया कि द इलाहाबाद हाई स्कूल सोसाइटी प्रकरण पर हाई कोर्ट ने यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिया है। हाल ही में सहायक रजिस्ट्रार सोसाइटी की एक जाँच लिए जाने पर भी स्कूल के प्रिंसिपल डेविड ल्यूक को हाई कोर्ट से राहत मिली थी। बावजूद इसके किस आदेश के द्वारा कमिटी का गठन किया गया। फादर जॉन अगस्टीन ने आरोप लगाया कि राकेश छत्री फर्जी कंपनी और समितियों का गठन कर लोगो को बेवकूफ बना कर धनउगाही कर रहा है जिसको कानून की भाषा में धोखाधड़ी कहते हैं। फादर अगस्टीन ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में है और जल्द ही वह सभी फर्जी सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराएंगे।