प्रयागराज (ब्‍यूरो)।

तीन केंद्रों पर पहुंचा रिपोर्टर
केंद्र नंबर एक- बिशप जानसन कॉलेज, कचहरी रोड
समय- दोपहर 2:45 बजे
रिपोर्टर ने कॉलेज के भीतर जाकर देखा तो सन्नाटा पसरा हुआ था। इक्का दुक्का लोग अंदर मौजूद थे। वह बीएलओ का पता पूछ रहे थे। जब रिपोर्टर ने कॉलेज स्टाफ से पूछा तो उन्होंने बताया कि थोड़ी देर पहले चार बीएलओ यहां से चले गए हैं। बोले फील्ड पर जा रहे हैं। कब आएंगे हमें पता नही है।

केंद्र नंबर दो- मेरी लूकस कॉलेज
समय- दोपहर 2:55 बजे
कलेक्ट्रेट से महज दो सौ मीटर दूर इस कॉलेज में भी रिपोर्टर को बीएलओ नही मिले। कॉलेज स्टाफ ने बताया कि सभी फील्ड पर निकल गए हैं। मांगने पर बीएलओ का मोबाइल नंबर भी नही मिला। इस बीच इक्का-दुक्का लोग भी आकर लौट गए।
केंद्र नंबर तीन- प्राथमिक विद्यालय कटरा, आनंद अस्पताल के निकट
समय- दोपहर 3:05 बजे
यहां पर स्कूल संचालित हो रहा था। प्रिंसिपल से पूछने पर पता चला कि आंगनबाड़ी केंद्र पर बीएलओ के बैठने की व्यवस्था की गई है लेकिन वहां ताला लटका हुआ था। स्कूल स्टाफ ने बताया कि थोड़ी देर पहले बीएलओ आई थी और फिर से बाहर निकल गई हैं। कब आएंगी यह पता नही।
क्या था आदेश
जिला प्रशासन की ओर से कहा गया था कि सुबह बारह बजे तक बीएलओ अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगे और इसके बाद शाम पांच बजे तक पोलिंग बूथ पर उपस्थित रहेंगे। लेकिन कुछ केंद्रों पर बीएलओ दोपहर में नदारद रहे। पूछने पर बताया गया कि वह क्षेत्र में हैं। जबकि सुबह उन्हें क्षेत्र में जाने के आदेश दिए गए थे।
अभी और मिलेगा मौका
ऐसा नही है कि अभी लोग मतदाता बनने का मौका नही मिलेगा। शनिवार को विशेष अभियान के लिए जिला प्रशासन ने पहल की थी। नवंबर में चार तिथियों में स्पेशल पुनरीक्षण अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान पुन: बीएलओ अपने केंद्रों पर उपस्थित रहेंगे। यहां पर लोग अपना फार्म भरकर मतदाता बनने के लिए अप्लाई कर सकेंगे।
बढ गई बूथों की संख्या
यह भी बता दें कि मतदाताओं का बूथ भी चेंज हो सकता है। भारत निर्वाचन आयोग की ओर से 1200 मतदाताओं पर एक बूथ बनाने का निर्देश जारी किया गया है। जबकि पहले 1400 मतदाता पर एक बूथ बनाया जाता था। इस तरह से 4938 की जगह अब 5072 पोलिंग बूथ जिले में हा गए हैं। इन सभी बीएलओ को तैनात किया गया है। बीएलओ में भी बदलाव हुआ है क्योंकि कुछ बीएलओ का ट्रांसफर हो गया है तो कुछ रिटायर हो गए हैं।

बीएलओ मौके पर नही मिले तो इसकी पड़ताल की जाएगी। हो सकता है वह फील्ड पर गए हों लेकिन इसके लिए सुबह का समय मुकर्रर किया गया था। सच्चाई तो पूछने के बाद ही पता चल सकेगी।
केके बाजपेई सहायक जिला निवार्चन अधिकारी