प्रयागराज (ब्‍यूरो)। नैनी एरिया के सच्चा बाबा आश्रम के पास अरैल में हुई घटना मालूम चलते ही फोरेंसिक टीम के साथ एसपी यमुनापार मय फोर्स मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद पुलिस ने घटना के वक्त मौके पर रहे मृतक के दोस्तों को हिरासत में ले लिया। अभिलाख संगम में पिता के साथ तीर्थ पुरोहित का काम किया करता था। मृतक अभिलाख सच्चा बाबा आश्रम अरैल के पास रहने वाले दीनानाथ पांडेय का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन अल्का है। मां की मौत पहले ही हो चुकी है। दीनानाथ संगम में तीर्थपुरोहित का काम किया करता है। समय मिलने पर अभिलाख भी तीर्थपुरोहित का काम किया करता था। बुधवार की सुबह करीब 11 बजे अभिलाख घर के कमरे में बैठा था। इस बीच मोहल्ले के नितिन तिवारी, मुनीम तिवारी उसके घर पहुंचे। नितिन के यहां उसका रिश्तेदार सुरेंद्र शुक्ला निवासी रीवां मध्य प्रदेश आया हुआ था। अभिलाख के यहां ही नितिन ने उसे भी बुला लिया। दोस्तों को एक कमरे में बैठाकर अभिलाख ने समोसा मंगवाया। इतने में एक और दोस्त विवेक तिवारी भी वहां पहुंचा। विवेक ने अचानक अवैध पिस्टल निकाल लिया सबको दिखाने लगा। सभी उसे चलने चलाने के पर बातें शुरू कर दिए।

मैगजीन निकालकर दिया था असलहा

दोस्तों की उत्सुकता को देख विवेक ताव में आया और पिस्टल से मैग्जीन बाहर निकाल लिया। उसे अंदेशा भी नहीं था कि एक गोली पिस्टल में फंसी रह गई। उसे लगा कि मैग्जीन के साथ सारी कारतूस बाहर आ गई है। इसी गफलत में उसने बताने के लिए कि गोली कैसे चलाई जाती है, ट्रिगर दबा दिया। ट्रिगर के दबाते ही पिस्टल में फंसी गोली सामने बैठे अभिलाख के सीने में जा धंसी। गोली सीने में बाईं तरफ धंसते ही साथ समोसे खा रहे सभी दोस्त भाग खड़े हुए। अभिलाख की हालत देख परिवार में रोने पीटने की आवाज सुन मोहल्ले के लोग दौड़ पड़े। मंजर देखते ही सभी के होश फाख्ता हो गए। बगैर देर किए वह अभिलाख को लेकर हॉस्पिटल पहुंचे। मगर उसकी जान नहीं बच सकी। बात पुलिस तक पहुंची तो अफसर हरकत में आ गए। कई जांच टीम के साथ एसपी यमुनापार मौके पर पहुंचे। छानबीन के बाद पुलिस ने बताया कि यह घटना पिस्टल से खिलवाड़ के चलते हुई। पुलिस ने मौके पर रहे उसके तीन लोगों को हिरासत में ले लिया। देर शाम तक विवेक को भी पकड़ कर पुलिस पूछताछ में जुटी रही।

एक आरोपित, तीन दोस्त चश्मदीद

घटना के कई घंटे बाद मृतक अभिलाख के पिता दीनानाथ पांडेय ने पुलिस को तहरीर दी। तहरीर के मुताबिक घर के अंदर कमरे में हई घटना के वक्त वहीं मुनीम, सुरेंद्र शुक्ला, व नितिन और विवेक मौजूद थे। पिस्टल लेकर विवेक पहुंचा था और देखने दिखाने के फेर में गोली चली जिसके लगने से बेटे अभिलाख की मौत हो गई। पुलिस ने विवेक के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया है। जबकि उसके तीन अन्य दोस्त घटना के चश्मदीद गवाह के रूप में माने जा रहे हैं।

प्रॉपर्टी और बालू का भी करता था काम

संगम में तीर्थ पुरोहित के काम से होने वाली आय से अभिलाख बहुत संतुष्ट नहीं था। उसके अंदर रुपयों की चाहत काफी थी। शायद यही वजह थी कि वह पिता संग पुरोहित के काम से हटकर भी हाथ आजमाया करता था। पिछले कई माह से वह पॉपर्टी डीलिंग, बालू सप्लाई जैसे कार्यों में भी हाथ डाल चुका था। ज्यादातर वक्त वह इन्हीं कार्यों में दिया करता था। बताते हैं कि इस फील्ड में धीरे-धीरे उसके कदम जमने लगे थे। वह आगे निकलता उसके पहले एक गोली उसकी जिंदगी ही समाप्त कर दी।

घटना के पीछे दोस्त की नादानी को कारण बताया गया है। जिस पिस्टल से घटना हुई वह उसके दोस्त की ही थी। पिस्टल कैसे चलते यह देखने और दिखाने में आरोपित दोस्त के हाथ से ही फायर हुआ। जिससे अभिलाख की मौत हो गई। कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

सौरभ दीक्षित एसपी यमुनापार