प्रयागराज (ब्‍यूरो)। पिछले तीन चार दिनों से सैकड़ों छात्र कॅरियर को लेकर रोड पर कोहराम मचा रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो गया था। लीक हुए इस पेपर के मामले को लेकर अभ्यर्थी खफा हो गए। विरोध प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थी पेपर लीक होने के कारण परीक्षा निरस्त करने की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर सोवार सुबह फिर सैकड़ों की संख्या में एकजुट हुए अभ्यर्थी लोक सेवा आयोग की तरफ कूच किए। पहले से अलर्ट पुलिस उन्हें रास्ते में रोक दी। यह देख वे सभी नारेबाजी करते हुए सिविल लाइंस धरना स्थल पहुंच गए। यहां छात्रों के द्वारा जमकर विरोध प्रदर्शन किया गया। जबरदस्ती हटाने की कोशिश पर आक्रोशित अभ्यर्थियों व पुलिस कर्मियों के बीच धक्का मुक्की भी हुई। इस पर पुलिस के जवानों को डंडा भी फटकारना पड़ा। अभ्यर्थी देर शाम तक धरना स्थल पर डटे रहे।

हटाने की कोशिश नाकाम
अभी कुछ दिन पहले लोक सेवा आयोग की आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा 2023 हुई थी।
नौकरी पाने की तमन्ना लिए इस परीक्षा में हजारों अभ्यर्थी शामिल हुए।
बताते हैं कि परीक्षा का पेपर लीक हो गया।
पेपर लीक होने की खबर सुनते ही अभ्यर्थियों का पारा सातवें आसमान पर जा पहुंचा।
पेपर लीक होने से खफा अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को ही निरस्त कर दोबारा कराने की मांग करने लगे।
जब उनकी आवाज नहीं सुनी गई तो वह विरोध प्रदर्शन पर उतर आए।
पिछले तीन चार दिनों से इन अभ्यर्थियों का प्रदर्शन लगातार जारी है।
सोमवार सुबह फिर सैकड़ों की संख्या में एकजुट अभ्यर्थी नारेबाजी करते हुए लोक सेवा आयोग की तरफ बढ़ रहे थे।
माहौल को देखते हुए पहले से अलर्ट पुलिस उन्हें रास्ते में ही रोक दी।
पुलिस के सख्त रुख को देखते हुए अभ्यर्थी बैक हुए और नारेबाजी करते हुए सिविल लाइंस धरना स्थल पर जा पहुंचे।
यहां पर घंटों उनके द्वारा अपनी मांग को लेकर नारेबाजी की गई।
प्रदेश सरकार को भी अभ्यर्थियों ने आड़े हाथ लिया।
धीरे-धीरे बढ़ रही छात्रों की संख्या को देखते हुए अफसर और फोर्स मंगा लिए।
एसीपी श्वेताभ पांडेय छात्रों को समझाते हुए शांत कराने की कोशिश करने लगे।
करीब एक से डेढ़ घंटे तक चली वार्ता विफल रही। छात्र अपनी मांग को लेकर अड़े रहे।
इसके बाद पुलिस अभ्यर्थियों को डरा धमका कर हटाने की कोशिश करने लगी।
इस पर नाराज छात्रों और पुलिस के बीच धक्कामुक्की की नौबत आ गई।
इस पर छात्रों को डराने के उद्देश्य से पुलिस जमीन में डंडा फटकारने लगी। इस पर कुछ छात्र इधर उधर भागने लगे।
इससे छात्र और भी आक्रोशित हो गए और हा हल्ला मचाने लगे।
पेपर लीक मामले को लेकर विरोध पर उतरे छात्र देर शाम तक धरना स्थल पर डटे रहे।
कहना था कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती वे प्रदर्शन जारी रखेंगे।

अभ्यर्थियों की मांग व सवाल
प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों की मांग है कि आरओ-एआरओ परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। इसलिए परीक्षा निरस्त की गई।
पुलिस भर्ती परीक्षा को सरकार निरस्त कर सकती है तो फिर आरओ- एआरओ परीक्षा को निरस्त क्यों नहीं किया जा रहा?
आरओ-एआरओ परीक्षा पेपर लीक हो गया है, ऐसे में यदि परीक्षा निरस्त नहीं हुई तो वर्षों तैयारी व मेहनत करने वालों का परिश्रम बर्बाद हो जाएगा।
कहना यह भी था कि आरओ-एआरओ परीक्षा का पेपर लीक होने के पीछे कुछ जिम्मेदार ही दोषी हैं, सर्च कर उन पर कार्रवाई की जाय।
पेपर लीक होने के कारण हजारों अभ्यर्थियों का कॅरियर दांव पर लग चुका है, इस लिए दोबारा परीक्षा कराया जाना जरूरी है।
लोक सेवा आयोग की ओर से 11 फरवरी को हुई परीक्षा में पेपर लीक होने के दावे को सही नहीं माना गया है।
अभी तक इस मसले को लेकर अभ्यर्थियों को कोई आश्वासन भी सरकार व लोक सेवा आयोग की ओर से नहीं दिया गया है।
अभ्यर्थियों की मांग यह भी है कि लोक सेवा आयोग की ओर से उन्हें लिखित दिया जाय कि यह परीक्षा दोबारा कराई जाएगी।
जबतक उनकी यह मांगें पूरी नहीं होती वह विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे, अब मांग पूरी होती है या नहीं? यह वक्त ही बताएगा।