प्रयागराज (ब्‍यूरो)। गवर्नमेंट का भी सपोर्ट मिलने के बाद आटो मोबाइल कंपनियों ने अपना फोकस ईवी की तरफ स्विच कर दिया है। एक के बाद एक गाडिय़ां लांच होने लगी हैं। छोटे से लेकर बड़े बजट की गाडिय़ां मार्केट में आ चुकी हैं। कार के फ्यूल पर होने वाले एक्सपेंस में क्रांतिकारी बदलाव की राह दिखाने वाली इस टेक्निक को अभी प्रयागराज शहर में प्रापर रिस्पांस नहीं मिल रहा है। ई-रिक्शा और स्कूटर तो मार्केट पकडऩे लगा है लेकिन कार के बाजार में अभी गर्मी नहीं आयी है। इसका सिर्फ एक कारण है चार्जिंग स्टेशन का अभाव और चार्जिंग में लगने वाला समय। जिनके घरों में पर्याप्त जगह है और चार्जिंग व्यवस्था कर सकते हैं, अभी वही लोग इस कार को अधिक खरीद रहे हैं।


17.24 किलोवाट की ईवी चार्ज होने में लगते हैं 4.5 घंट
13.3 किलोवाट की ईवी चार्ज होने में लगते हैं दस घंटे
250 किमी। तक चलती है एक बार फुल चार्ज होने पर

2025 के अंत तक मिलेगा समाधान
प्रदूषण को कम करने के साथ ही खाड़ी देशों से डीजल और पेट्रोल की खरीद का प्रेशर कम करने के लिए गवर्नमेंट खुद इलेक्ट्रिक को प्रमोट कर रही है। इसमें सोलर पैनल लगाने के लिए छूट ऑफर करने से लेकर इलेक्ट्रिक कार की खरीद पर रजिस्ट्रेशन फ्री कर देने जैसे आप्शन हैं। इससे कार्बन डाई आक्साइड के उत्सर्जन में भी गिरावट आएगी। इलेक्ट्रिक ह्वीकल पर आन एन एवरेज एक्सपेंस एक रुपये प्रति किलोमीटर से भी कम है। यह फीचर लोगों को अट्रैक्ट कर रहा है। लेकिन इसे खरीदने में एक प्राब्लम यह है कि शहर में चार्जिंग स्टेशन ही नहीं हैं। शहर में बहुतायत में लोग अपनी गाडिय़ां सड़क पर पार्क करते हैं जहां चार्जिग की व्यवस्था नहीं है। शहर में अभी इक्का-दुक्का ही चार्जिंग स्टेशन हैं। इसका समाधान 2025 के इंड तक मिलने की संभावना जतायी जा रही है।

मोबाइल बताएगा कार चार्जिंग स्टेशन
ईवी कार डीलर्स के एक्सपर्ट बताते हैं कि शहर में जल्द चार्जिंग स्टेशन खुल जाएंगे।
कार ओनर्स मोबाइल पर इन स्टेशनों को सर्च कर सकेंगे। पास के स्टेशन पर जाकर चार्जिंग में कार लगाकर छोड़ देना है।
मोबाइल पर ही यह पता लगा सकेंगे कि कार चार्ज हो गई है या नहीं। इसके लिए एक ऐप मोबाइल में डाउन लोड करना होगा।
महाकुंभ 2025 के अंत तक शहर से लेकर गांव तक में एचपीसीएल के पेट्रोल पम्पों पर चार्जिंग स्टेशन खुल जाएंगे।
एचपीसीएल का टाटा मोटर्स से इसके लिए करार भी हो चुका है।
यहां कार चार्जिंग प्वाइंट के साथ ही बैट्री स्वैपिंग की भी व्यवस्था की जाएगी।
यह एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत लोग की डिस्चार्ज बैट्री लेकर चार्ज बैट्री तत्काल दे देंगे।

घर में ऐसे बनेगा चार्जिंग प्वाइंट
ईवी कार खरीदने के बाद घर में चार्जिंग व्यवस्था आप को खुद ही करानी होगी। एजेंसी के एक्सपर्ट बताते हैं कि लिए इसके आप को एक मैकेनिक पकडऩा होगा जो आप के गैराज प्लेस पर कॉपर अर्थिंग बनाकर उसमें बिजली का कनेक्शन करेगा। इसके बाद कंपनी के लोगों को बुलाकर चार्जिंग मशीन लगवानी होगी। चार्जिंग मशीन सेट होने के बाद आप रोज रात में अपनी कार चार्ज में लगाकर दीजिए, फिर यदि आप की कार 17.24 किलो वाट की है तो वह करीब 4.5 घंटे में चार्ज हो जाएगी। यही ईवी कार यदि 13.3 किलो वाट की है तो उसे चार्ज होने में करीब दस घंटे के लगेंगे। कार फुल चार्ज होने के बाद आप आराम से ढाई से तीन सौ किलो मीटर तक का सफल कर सकेंगे।


इलेक्ट्रानिक वाहनों के रजिस्ट्रेशन पर नजर
ईवी वाहनों
ई-रिक्शा पी 16928
बाइक व स्कूटर 1238
ई-रिक्शा विथ कार्ट जी 291
मोपेड 117
बस 50
थ्री ह्वीलर गूड्स 25
थ्री ह्वीलर पैसेंजर 15
मोटराइज्ड साइकल 13
मोटर कार 11
कुल 18688

पिछले वर्ष के अंत तक इलेक्ट्रानिक कार सहित अन्य वाहनों के रजिस्ट्रेशन की संख्या अच्छी रही। इस क्वार्टर में रजिस्ट्रेशन की सूची जल्द तैयार होगी। इसके बाद एक जनवरी से अब तक के रजिस्ट्रेशन का डाटा मिल सकेगा। इतना तय है कि ईवी के प्रति लोगों का रुझान बढ़ रहा है।
राजीव चतुर्वेदी, आरटीओ प्रयागराज

टाटा मोटर्स का एचपीसीएल से चार्जिंग प्वाइंट को लेकर करार हुआ है। जहां तक हमें मालूम है सभी पेट्रोल पम्पों पर कार चार्जिंग प्वाइंट और बैट्री स्वैपिंग की व्यवस्था अगले वर्ष के अंत तक हो जाएगी।
शशांक वत्स
अध्यक्ष हिन्दुस्तान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन