प्रशासनिक अधिकारियों के पास नही है किसान ऋण मोचन योजना के लाभार्थियों की सूची

डीएम से लेकर सीडीओ तक ने झाड़ा पल्ला, कृषि विभाग ने बताई मजबूरी

ALLAHABAD: 13156 किसान ऋण माफ हो जाने का प्रमाण पा चुके हैं। इसका वितरण जिला प्रशासन के सभी बड़े अधिकारियों की मौजूदगी में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ ने वितरित किया। इसके बाद का सच यह है कि जिले के किसी भी बड़े जिम्मेदार को यह पता नहीं है कि ऋण माफी पाने वाले किसान कौन हैं और उनका पता ठिकाना क्या है? दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने लिस्ट पर खोजबीन शुरू की और अफसरों से इसका जवाब मांगा तो चौंक गया। किसी ने भी लिस्ट की मौजूदगी नहीं स्वीकारी।

बैंक-तहसीलों ने तय किए लाभार्थी

सच तो यह है कि किसान ऋण मोचन योजना के तहत लाभार्थियों का चयन पूरी तरह बैंक और संबंधित तहसीलों द्वारा किया गया है, यह जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है। उनकी माने तो बैंकों द्वारा उपलब्ध कराई गई कर्जदारों की सूची की तहसीलों ने जांच की और उसके बाद लायबिलिटी के आधार पर किसानों को देनदारी तय की गई। यही कारण है कि लाभार्थी किसानों की सूची उन्हें उपलब्ध नही कराई गई। अधिकारियों के मुताबिक सूची केवल एनआईसी के पास ही मौजूद है। उन्हें बैंकों ने रेडीमेड कर्जमाफी के प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए गए जो परेड कार्यक्रम में लाभार्थियों को वितरित किए गए हैं।

सूची के सवाल पर अफसरों के जवाब

सीडीओ से बात करिए। लाभार्थी किसानों की सूची वह उपलब्ध कराएंगे।

संजय कुमार, डीएम

एनआईसी से बात करिए। उनके पास लाभार्थियों की सूची मौजूद है।

सैमुअल पाल एन, सीडीओ

हम सूची उपलब्ध कराने के अथराइज्ड नही है। यह जिला कृषि विभाग ही उपलब्ध करा सकता है।

विजय कुमार, प्रभारी, एनआईसी

हमारे पास लाभार्थियों का कोई रिकार्ड मौजूद नही है। लाभार्थियों का चयन बैंकों द्वारा किया गया है।

अश्वनी कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी