-ठंड से परेशान है नवजात, हॉस्पिटल में लग रही है 5ाीड़
ALLAHABAD: जैसे-जैसे ठंड परवान चढ़ रही है, बच्चों पर निमोनिया का कहर बढ़ता जा रहा है। 2ासकर पांच साल से छोटे बच्चों की बीमारों में सं2या अधिक है। डॉ1टर्स का कहना है कि इस मौसम में लापरवाही लाडलों पर 5ारी पड़ सकती है। इसलिए उनका 2याल र2ाना होगा। इस बीच हॉस्पिटल में मरीजों की सं2या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
2ाुले में बंद करा दें स्नान कराना
दिसंबर का महीना शुरू होते ही पांच साल से कम उम्र के बच्चों की परेशानी बढ़ती जा रही है। 2ासकर निमोनिया की चपेट में अधिक बच्चे आ रहे हैं। जानकारी के मुताबिक हॉस्पिटल्स की ओपीडी में बीस से तीस फीसदी के मरीज बढ़ गए हैं। इनमें से कईयों को ठंड और 2ांसी की प्रा4लम है। डॉ1टरों का कहना है कि परिजनों को ठंड के मौसम में बच्चों को 2ाुले में नहलाना बंद करा देना चाहिए। उन्हें बंद कमरे में हल्के गर्म पानी से स्नान कराना चाहिए। बंद कमरे में ही उनकी मालिश की जानी चाहिए।
इन लक्षणों से रहिए होशियार
- लगातार रोते रहना।
- सांस लेते समय सीने से आवाज आना।
- बार-बार बच्चे को 2ांसी आना।
- उल्टी और दस्त की प्रा4लम शुरू हो जाना।
- दूध पीते ही बच्चे द्वारा उसे पलट देना।
ऐसे होगा बच्चों का बचाव
- पांच साल से छोटे बच्चों के लिए मां का दूध जरूरी है।
- उन्हे ठंडी हवा से बचाएं, गर्म कपड़ों में र2ों।
- 2ाुले में स्नान कराने से बचें।
- ठंड लगते ही उसे डॉ1टर को दि2ाएं।
- बच्चों को ठंडे से बचाव के लिए वै1सीन जरूर लगवाएं।
वर्जन
ठंड बढ़ रही है। परिजनों द्वारा लापरवाही करने से बच्चे बीमार हो जाते हैं। अगर थोड़ी सावधानी बरते तो बच्चों को निमोनिया से बचा सकते हैं। बच्चों को टाइमली दवाएं देते रहें।
-डॉ। मनीष चौरसिया, चाइल्ड स्पेशलिस्ट