प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज- भीषण ठंड का कहर माघ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं पर भी बनकर टूट रहा है। हाल यह है कि मेले के दोनों अस्पतालों में रोजाना सैकड़ों मरीज पहुंच रहे हैं। इनमें अधिकतर मरीज ठंड से परेशान हैं और कई जोड़ों और सीने के दर्द के चलते अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि मेले में आने वाले श्रद्धालु लापरवाही के चलते बीमार पड़ रहे हैं। जबकि काफी तापमान में लोगों को पूरी सावधानी के साथ गंगा स्नान करना चाहिए।

अब तक छह हजार पार

एक सप्ताह पहले मेले में स्वास्थ्य सुविधाओं की शुरुआत की गई थी। इस दौरान दो फस्र्ट ऐड पोस्ट के साथ दो बीस बीस बेड के अस्पताल बनाए गए हैं। इनमें मेले में आने वाले मरीजों का इलाज की सुविधा दी गई है। जानकारी के मुताबिक एक सप्ताह में अस्पतालों की ओपीडी में 6338 मरीज दस्तक दे चुके हैं। इनमें से 91 मरीजों को गंभीर होने पर भर्ती किया गया है। हालांकि अभी तक मेले में ठंड से किसी श्रद्धालु के मौत की सूचना नही है।

ठंडे पानी में डुबकी नही आसान

फिलहाल मेले में अभी मकर संक्रांति का स्नान पर्व ही बीता है और पौष पूर्णिमा का स्नान अगले एक सप्ताह के भीतर होना है। जबकिे ठंड इस समय अपने चरम पर है। न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक पहुंच रहा है और अधिकतम तापमान भी 16 डिग्री के आसपास चल रहा है। ऐसे में बिना किसी एहतियात के गंगा में डुबकी लगाना आसान नही है। जरा सी गलती बीमार कर रही है। खासकर जो लोग पहले से बीमार हैं उन्हें गंगा स्नान से परहेज करना चाहिए। यहां डुबकी लगाने के बाद वह सीधे अस्पताल पहुंच रहे हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि गंगा में नहाने के बाद तत्काल गर्म कपड़े पहन लेना चाहिए। अधिक देर तक बिना कपड़ों के रहने से ठंड की चपेट में आ सकते हैं। बता दें कि शनिवार को 1236 मरीज अस्पतालों में पहुंचे और इनमें से 14 मरीजों को भर्ती किया गया। 2 मरीज शहर के अस्पतालों में रेफर किए गए।

अब तक मेले में आए कुल मरीज- 6338

कितने मरीजों की हुई पैथोलाजी जांच- 367

अब तक अस्पताल में भर्ती हुए मरीज- 91

रेफर किए गए गंभीर मरीजों की संख्या- 20

अब तक डिस्चार्ज हुए मरीज- 82

भीषण ठंड में मेला आने वाले श्रद्धालुओं को पूरी एहतियात बरतनी चाहिए। जरा सी गलती उन्हे बीमार कर सकती है। अधिकतर लोग सर्दी, बुखार और बदन दर्द के आ रहे हैं। इसके अलावा सांस लेने में परेशानी और सीने में दर्द के मरीजों का भी इलाज किया जा रहा है।

डॉ। एके तिवारी, मेला इंचार्ज व एसीएमओ स्वास्थ्य विभाग प्रयागराज