प्रयागराज ब्यूरो । प्रयागराज- आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र से जुड़ी लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नही ले रही है। अब सदर तहसील के साथ हंडिया तहसील के भी लेखपाल शामिल होने से यह मुश्किलें दो गुना बढ़ गई हैं। आंकड़ों पर जाएं तो दोनो तहसीलों के 1900 आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र पेंडिंग हो गए हैं। अभी यह संख्या अधिक हो सकती है। उधर, अपने प्रमाण पत्र नही मिलने अभ्यर्थी सदर तहसील का चक्कर काटने को मजबूर हो गए हैं।

अधिकारी भी हुए बेबस

लेखपालों के कार्य बहिष्कार से सदर तहसील के अध्ािकारी भी बेबस हो गए हैं। उनका कहना है कि जब तक लेखपाल काम पर नही लौटेंगे, यह प्रमाण पत्र सत्यापित नही होंगे। उधर, शुक्रवार को आवेदकों के तहसील पहुंचने पर उन्हें यही बताया गया कि अभी लेखपाल हड़ताल पर हैं, बाद में आना। लोगों का कहना था कि एडमिशन का समय चल रहा है। इसलिए आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र बेहद जरूरी है।

हंडिया में भी काम ठप

शुक्रवार को इस कार्य बहिष्कार में हंडिया के लेखपाल भी शामिल हो गए हैं। इससे मुसीबत अधिक बढ़ गई है। लेखपाल संघ के अध्यक्ष राजकुमार सागर और महामंत्री अवनीश पांडेय ने बताया कि शनिवार को बाकी तहसीलों में लेखपाल काली पट़्टी बांधकर काम करेंगे। हमारी मांगे नही मानी गई तो बाकी तहसीलों में भी भविष्य में कार्य बहिष्कार हो सकता है। इस बीच 1900 आय, जाति और निवास प्रमाण पत्र के अलावा वरासत के 55 और आईजीआरएस के 70 आवेदन पेंडिंग हो गए हैं।

क्या है मामला

दरअसल मामला सदर तहसील के लेखपाल हरीश और हंडिया के लेखपाल उनकी पत्नी का है। दोनों के साथ उनके मकान मालिक के लोगों ने जमकर मारपीट की थी। इस मामले में मुकदमा लिखने के बाद पुलिस द्वारा ठोस कार्रवाई नही किए जाने से लेखपाल नाराज हैं और उन्हें तीन दिन से कार्य बहिष्कार कर दिया है। उनका कहना है कि आरोपी पक्ष की ओर से लगातार पीडि़त दंपति को धमकी दी जा रही है जिसपर पुलिस खामोश बनी है। लेखपाल संघ ने इनकी गिरफ्तारी की मांग की है। धरने में उपाध्यक्ष राकेश यादव, प्रीतक पांडेय, हरीश वर्मा, सुभाष दिवाकर, राघवेंद्र सिंह आदि उपस्थित रहे।