प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सोमवार रात मु_ीगंज में एक ऐसी दर्दनाक घटना हुई, जिसे जानकार हर शख्स के रोंगटे खड़े जाएंगे। दोपहर में बहू ने फांसी लगा ली। यह सूचना पाकर पहुंचे मायके वालों ने दहेज के लिए प्रताडि़त करने के चलते विवाहिता के यह कदम उठाने की बात कहकर बवाल कर दिया। मायके वालों ने पहले ससुराल वालों पर हमला किया, इसके बाद घर में आग लगा दी। आग से घिरे मृतका के सास-ससुर जिंदा जल गए। फायर ब्रिगेड आग ही बुझाती रह गई। मां बाप को बचाने के चक्कर में बेटी भी झुलस गई। पुलिस पहुंची मगर तब तक खेल हो चुका था। आग बुझी तो पुलिस घर के अंदर घुसी। अंदर से पति पत्नी की जली हुई बॉडी मिली। घटना को लेकर सारी रात और मंगलवार को पूरा दिन हंगामा चलता रहा।

एक साल पहले हुई थी शादी
मु_ीगंज सत्ती चौरा के रहने वाले राजेंद्र केसरवानी टिंबर के कारोबारी थे। राजेंद्र कई दशक से टिंबर का कारोबार कर रहे थे। राजेंद्र के एक बेटा अंशू केसरवानी है, जबकि चार बेटियां सोनम, मोनी, रश्मि और शिवानी हैं। शिवानी के अलावा अन्य तीनों बेटियों की शादी हो चुकी है। राजेंद्र के बेटे अंशू केसरवानी की शादी झलवा की अंशिका से 13 फरवरी 2023 को हुई थी। शादी के बाद से ही अंशिका और ससुराल वालों में खटपट शुरू हो गई। जिसे लेकर आए दिन विवाद होता रहता था।

फांसी पर लटक गई अंशिका
सोमवार रात को अंशू दुकान से ऊपर अपने कमरे में गया। उसके बेडरूम का दरवाजा बंद था। अंशू ने कई बार दरवाजा खटखटाया मगर अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इस दौरान घर में अंशू के पिता राजेंद्र केसरवानी, मां शोभा और बहन शिवानी थी। अंशू ने कई बार आवाज लगाई, इसके बाद दरवाजे के रोशनदान से अंदर झांक कर देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। अंदर कमरे में अंशिका फांसी के फंदे पर लटक रही थी। अंशू चिल्लाते हुए नीचे की ओर भाग। उसने पूरी बात पिता, मां और बहन को बताई। शोर शराब सुनकर ठीक बगल रहने वाले अंशू के चाचा राजेश केसरवानी और चाची आ गईं। अंशू अपने चाचा राजेश के साथ सौ कदम दूर मु_ीगंज थाने पहुंचा। अंशू ने पुलिस को सूचना दी, इसके बाद अंशिका के घर वालों को बताया।

मायके वालों ने जमकर किया बवाल
घटना की जानकारी मिलते ही साठ, सत्तर की संख्या में अंशिका के मायके पक्ष के लोग आ गए। आरोप है कि मायके वाले सीधे घर के अंदर अंशिका के कमरे में पहुंचे। अंदर कमरे में अंशिका की बॉडी थी। मायके पक्ष से आई औरतें रोने बिलखने लगीं। इस दौरान मायके पक्ष के लोगों ने घरवालों को पीटना शुरू कर दिया। आरोप है कि मायके पक्ष के लोगों ने घर के अंदर आग लगा दी।

आग से जल गया पूरा घर
आग लगने के बाद मायके वालों ने नीचे का दरवाजा बंद कर दिया। जिससे घर के अंदर अंशू के पिता राजेंद्र केसरवानी, मां शोभा, बहन शिवानी और चाची लवली फंस गए। शिवानी का आरोप है कि अंशिका के पिता सरदारी और उसके बेटों ने आग लगाई। थोड़ी ही देर में आग ने पूरे मकान को अपनी जद में ले लिया। घर की दूसरी मंजिल पर राजेंद्र और उनकी पत्नी शोभा देवी फंसे हुए थे। आग बढ़ी तो चाची लवली अपने घर की खिड़की का शीशा तोड़कर शिवानी के साथ चली गई। इधर, राजेंद्र और शोभा मदद की गुहार ही लगाते रह गए।

दो घंटे में बुझी आग
आग लगने की सूचना पर फायर ब्रिगेड पहुंची। बाहर की तरफ मायके पक्ष के लोग हंगामा कर रहे थे। इस बीच पुलिस भी आ गई। घटना इतनी तेजी से हुई कि पुलिस कुछ कर नहीं पाई। फायर बिग्रेड ने आग बुझाना शुरू कर दिया। मगर आग बुझने में दो घंटे लग गए। आग बुझी तो पुलिस अंदर दाखिल हुई। इस दौरान पुलिस ने हंगामा कर रहे कई लोगों को हिरासत में ले लिया। अंदर पुलिस घुसी तो दूसरी मंजिल पर राजेंद्र और उनकी पत्नी की जली हुई बॉडी पड़ी थी। घटना के बाद से सारी रात और मंगलवार को दिन भर राजेंद्र के घर के सामने फोर्स तैनात रही। सत्ती चौरा रोड पर आवागमन ठप कर दिया गया। मगर मोहल्ले के लोग राजेंद्र के घर के सामने जमा रहे। लोगों में घटना को लेकर जबरदस्त आक्रोश दिखा।

बचाने के लिए चिल्लाते रहे गए राजेंद्र
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक घर में आग लगी तो बाहर मायके वाले हंगामा कर रहे थे। अंदर से राजेंद्र और उनकी पत्नी बचाव के लिए चिल्लाते रह गए। मगर उनको बचाने का कोई का रास्ता पुलिस और फायर बिग्रेड के पास नहीं था। राजेंद्र के घर के ठीक बगल भाई राजेश का मकान है। ऊपर की मंजिल से खिड़की तोड़कर चाची लवली शिवानी को लेकर अपने घर के अंदर चली गई थी। पुलिस और फायर ब्रिगेड ने खिड़की से अंदर जाने की कोशिश की मगर आग इतनी तेज धधक रही थी कि कोई अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। घटना के बाद से मंगलवार दोपहर शिवानी के चीखने चिल्लाने की आवाज शांत नहीं हुई। वह तब शांत हुई जब शरीर पूरी तरह बेदम हो गई। शिवानी चिल्ला चिल्ला कर यही कहती रही वह अपने मम्मी पापा को बचा नहीं पाई।

अंशिका के फांसी लगाने के बाद बवाल हुआ। दोनों पक्ष ने केस दर्ज कराया है। घटना के बाद आग से राजेंद्र और उनकी पत्नी की मौत हो गई। कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। कार्रवाई की जा रही है।
सुनील बाजपेयी, प्रभारी मु_ीगंज थाना

मु_ीगंज में महिला के फांसी लगाने के बाद बवाल हुआ। आग लगने से बुजुर्ग दंपत्ति की मौत हो गई। दोनों पक्ष का केस दर्ज किया गया है। पुलिस जांच करके उचित कार्रवाई कर रही है।
दीपक भूकर, डीसीपी सिटी

मैंने अंशू की शादी में खाना बनाया था। अंशू और उसके ससुराल वालों में विवाद था। मगर इसके बाद भी अंशू किसी से कोई शिकायत नहीं करता था। बेवजह उसका परिवार बर्बाद हो गया।
विक्की, पड़ोसी

राजेंद्र केसरवानी का सबसे मेल जोल था। कभी उनका किसी से विवाद नहीं हुआ। राजेंद्र कई दशक से टिंबर कारोबार से जुड़े थे। उनके साथ जो घटना हुई वह बहुत दर्दनाक है। उनकी कोई गलती नहीं थी। उनको और उनकी पत्नी को बेवजह अपनी जान गंवानी पड़ी।
मोती सिंह केसरवानी, पड़ोसी