धूमनगंज पुलिस एंबुलेंस से कड़ी सुरक्षा के बीच लेकर पहुंची जेल

बीस हजार के इनामी इकरार के साथी की तलाश में जुटी क्राइम ब्रांच

ALLAHABAD: पुलिस मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से घायल शातिर बदमाश मो। इकरार उर्फ जानवर को बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच नैनी सेंट्रल जेल पहुंचा दिया गया। जेल पुलिस ने उसे जेल अस्तपाल में भर्ती कराया है। बता दें कि मंगलवार की शाम पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम से इकरार की मुठभेड़ हुई थी। उसे एसआरएन में भर्ती कराया गया था। अब धूमनगंज पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम उसके साथियों की तलाश में जुटी है। उधर इकरार के जेल पहुंचने के बाद गांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। कछारी इलाकों में वर्चस्व को लेकर इमामी बदमाश गदऊ पासी से उसकी तनातनी हुई थी, इसके बाद दोनों में दुश्मनी चल रही है।

कौशांबी का है निवासी

मंगलवार की शाम धूमनगंज के मरियाडीह कछार में पुलिस और बीस हजार के इनामी इकरार उर्फ जानवर के बीच मुठभेड़ हुई थी। फायरिंग में पुलिस की गोली से उसका पैर जख्मी हो गया था। उसके पास से एक दोनाली बंदूक, तमंचा और क्रास बेल्ट के साथ 38 कारतूस मिले थे। इकरार पूरामुफ्ती कौशांबी का रहने वाला है। इकरार के पैर के ऑपरेशन के बाद बुधवार को इंस्पेक्टर धूमनगंज कमलेश सिंह ने कड़े सुरक्षा के बीच उसे नैनी जेल पहुंचाया। इकरार को गिरफ्तार करने में क्राइम ब्रांच के बृजेश सिंह, जितेंद्र पाल और धूमनगंज इस्पेक्टर कमलेश सिंह की अहम भूमिका रही।

पुलिस भी कतराती थी

जानवर का खौफ इतना था कि पूरामुफ्ती पुलिस भी उसके गांव में जाने से कतराती थी। वह मंझनपुर में पेशी के दौरान पुलिस की आंखों में धूल झोंक कर फरार हो गया था। गांव के लोगों की मानें तो वह जिस घर से चाहता खाना मंगा लेता था। कछार में आराम से सोता था। इकरार ने पूछताछ में किसी नन्हें के बारे में बताया है। पुलिस नन्हें का पता लगा रही है। इकरार के पास से बरामद दोनाली बंदूक मुबारकपुर के एक शख्स से लूटी गई थी।

इकरार को नैनी जेल भेज दिया गया है। उसके साथियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। साथ ही कई और जानकारियां भी जुटाई जा रहीं है।

कमलेश सिंह, इंस्पेक्टर, धूमनगंज