इलाज के दौरान पेसेंट की मौत के बाद आक्रोशित हुए तीमारदार

विरोध मे इमरजेंसी सहित ओपीडी

की सारी सेवाएं ठप, इलाज के अभाव में तड़पते मरीज

pratapgarh@inext.co.in

PRATAPGARH:

इलाज के दौरान मरीज की मौत से आक्रोशित तीमारदारों ने शुक्रवार की रात जिला अस्पताल में जम कर तांडव किया। आपे से बाहर हुए तीमारदारों ने सीएमएस की पिटाई कर दी। बढ़ते बवाल पर उन्हें ईएमओ ने कॉल कर के बुलाया था। लोगों के तांडव को देखते हुए अस्पताल कर्मी जान बचा कर भागने लगे। घटना के बाद विरोध में अस्पताल की कर्मियों ने उपचार की सारी सेवाएं ठप कर दी। इमरजेंसी से लेकर ओपीडी तक में इलाज नहीं किया। विरोधप्रदर्शन करते हुए वह आरोपियों के गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सुबह दोनों पक्षों में समझौता होने के बाद उपचार व्यवस्था शुरू हुई।

पेसेंट की मौत के बाद फैला रोष

नगर कोतवाली क्षेत्र के नई बस्ती बेगम वार्ड निवासी मो। अयूब (60) ईदगाह में आयोजित इस्तिमा में दुकान लगाया था। शुक्रवार की देर रात लगभग 11 बजे अचानक उसके सीने में दर्द होने लगा। यह देख परिजन इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए।

विरोध में उतरे स्वास्थ्य कर्मी

अस्पताल में उस समय इमरजेंसी में डॉ। अनुज चौरसिया व फार्मासिस्ट वैश्यजी मौजूद थे। डॉ। अनुज चौरसिया ने उसका उपचार शुरू कर दिया। साथ रहे तीमारदार बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर पर दबाव बनाने लगे। पेसेंट की हालत गंभीर देख डॉ। अनुज ने सीएमएस डॉ। आरडी द्विवेदी को कॉल पर गार्ड से बुलवा लिया। लगभग रात 11.20 बजे पहुंचे सीएमएस ने मरीज को ऑक्सीजन व इंजेक्शन दिया इसके बाद उसकी गंभीरता दशा की जानकारी से परिजनों को अवगत कराया।

खूब किया तांडव

उपचार चल ही रहा था कि मरीज की मौत हो गई। उसकी मौत की खबर सुन आक्रोशित तीमारदारों ने बवाल शुरू कर दिया। अस्पताल कर्मियों के मुताबिक वह डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मारपीट करने लगे। बीच-बचाव कर रहे इमरजेंसी के स्टाफ को दौड़ा लिया गया। सीएमएस अपनी जान बचाकर वहां से भागे लेकिन उन्हें दौड़ा लिए। सीएमएस भागकर महिला सर्जिकल वार्ड पहुंचे वहां वे एक बेड के नीचे छिप गए। लोग उन्हें घसीटते हुए पीटना शुरू कर दिए। इसी बीच वहां पहुंचे अस्पताल कर्मियों ने किसी तरह उन्हें उनके चंगुल से छुड़ा लिया। घटना के बाद स्वास्थ्य कर्मियों में आक्रोश फैल गया और वे विरोध में इमरजेंसी सेवाएं ठप कर दी।

पहुंचे अफसर तो शुरू हुआ इलाज

शनिवार को ओपीडी भी बंद कर घटना को लेकर अस्पताल कर्मियों ने विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। सूचना मिलने पर एसडीएम सदर जेपी मिश्र, पुलिस अधीक्षक एमपी वर्मा, सीएमओ डॉ। वीके पांडेय, कोतवाल हरिपाल सिंह यादव, एसआई एके सिंह मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने वार्ताकर इमरजेंसी सेवाएं प्रारंभ कराने के साथ ही ओपीडी भी शुरू कराने का प्रयास किया। दिन में लगभग एक बजे ओपीडी में इलाज का काम शुरू हुआ। इसके बाद मरीजों ने राहत की सांस ली।

वर्जन

रात में पेसेंट की मौत के बाद घटना हुई थी। इस प्रकरण में पुलिस को तहरीर भी दी गई थी। हालांकि उन लोगों ने क्षमा मांग लिया इस लिए मामले में हम लोगों ने उन्हें माफ कर दिया। उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है।

डॉ। आरडी द्विवेदी, सीएमएस जिला अस्पताल

वर्जन

अस्पताल में बवाल व मारपीट की तहरीर प्राप्त हुई थी। उनकी तहरीर पर मारीट, सरकारी काम में बाधा पहुंचाने, बवाल सहित कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। मगर शनिवार को उन लोगों ने समझौता पत्र दे दिया है।

हरिपाल सिंह, नगर कोतवाल