प्रयागराज ब्यूरो । जैसे जैसे गर्मी में इजाफा हो रहा है डायरिया का खतरा भी मंडराने लगा है। शहर के पुराने इलाकों में धीरे धीरे डायरिया के केस मिलने लगे हैं। दो दिनों के भीतर इसी के चलते आधा दर्जन मरीज काल्विन अस्पताल में भर्ती किए गए हैं। इसके अलावा इक्का दुक्का मरीज अन्य अस्पतालों में पहुंचना भी शुरू हो गए। उधर, खतरे को भांपकर सीएमओ ने एक टीम का गठन कर दिया ह। जो इलाकों में जाकर मरीजों का पता लगाने के साथ लोगों को जागरुक करने का काम कर रही है।

अलग अलग मोहल्लों के हैं मरीज

जो आधा दर्जन से अधिक मरीज भर्ती हुए हैं यह सभी करेली गौसनगर, बहादुरगंज, चौक सब्जी मंडी व नकास कोहना के रहने वाले हैं और इनमें दो महिलाएं, दो बच्चे व तीन पुरुष शामिल हैं। हालांकि मामले अधिक गंभीर नही थे। प्राथमिक लक्षणों के उपचार के बाद इनमें से तीन को घर जाने की इजाजत मंगलवार को दे दी गई। इन सभी मरीजों को उल्टी, पेट दर्द और लूज मोशन की शिकायत थी।

आशाओं ने किया मोहल्लों का दौरा

उधर सीएमओ डॉ। आशु पांडेय ने एसीएमओ डॉ। वरुण क्वात्रा के नेतृत्व में टीम का गठन कर दिया है। यह टीम मंगलवार को काल्विन अस्पताल में पहुंची और मरीजों का हालचाल लिया। इसी तरह टीम में शामिल आशाओं ने करेली गौसनगर पुन्ना मस्जिद के पास, चौक सब्जी मंडी, बहादुरगंज व नकास कोहना का निरीक्षण किया। टीम ने लोगों को डायरिया से बचाव के टिप्स भी दिए।

इनका करें पालन

- पानी को पहले उबालें फिर ठंडा कर सूती कपड़े से छानकर पिएं।

- बाजार के खाने से बचें। घर का बना साफ और ताजा भोजन करें।

- कटे हुए फल खाने से परहेज करें। इन पर बैठने वाली मक्खियां संक्रमण का कारण बन सकती हैं।

- घर में गंदगी मत फैलने दें। साफ सफाई का विशेष ध्यान दें।

- उल्टी और लूज मोशन जैसे लक्षण दिखने पर तत्काल डॉक्टर से संपर्क करें।