प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में पटरी से उतरी शिक्षण व्यवस्था

प्राथमिक विद्यालय की टीचर से प्रधान ने की थी अभद्रता

ALLAHABAD: बहादुरपुर ब्लाक के बजहा प्राथमिक विद्यालय में ग्राम प्रधान द्वारा महिला टीचर से गयी बदसलूकी ने प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में शिक्षण व्यवस्था को पटरी से उतार दिया। बदसलूकी के खिलाफ लामबंद हुए परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों ने बुधवार को जिले भर के स्कूलों को खुलने नहीं दिया। आरोपी प्रधान के खिलाफ अब तक कार्रवाई न होने से नाराज शिक्षकों ने सड़क पर उतर कर प्रदर्शन किया। विभिन्न ब्लाकों से जिला मुख्यालय पहुंचे हजारों शिक्षकों ने डीएम कार्यालय का घेराव करते हुए आरोपी प्रधान को तुरंत गिरफ्तार करने की आवाज उठायी। साथ ही चेतावनी दी कि उनकी मांगें नहीं मानी गयीं तो वह अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।

जिला पंचायत से निकाली रैली

प्राथमिक विद्यालय में अध्यापिका के साथ अभद्रता के विरोध में बुधवार की सुबह से ही शिक्षक जिला परिषद भवन पर एकत्र होने लगे। जिले के सभी प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों में तालाबंदी करके अपने ब्लाक से रैली निकालते हुए डीएम कार्यालय पहुंचे। यहां प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र श्रीवास्तव के नेतृत्व में एडीएम सिटी को ज्ञापन सौंपा। एडीएम ने शिक्षकों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। एमएलसी यज्ञदत्त शर्मा ने भी शिक्षकों का समर्थन करते हुए पूरे मामले को विधान परिषद में उठाने की बात कही। शिक्षक नेताओं ने चेतावनी दी कि दो दिनों में आरोपी प्रधान के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई तो जिले भर के स्कूलों में तालाबंदी कर डीएम कार्यालय पर अनिश्चित कालीन धरना दिया जाएगा। धरने का संचालन जिलामंत्री चिंतामणि त्रिपाठी ने किया। प्राथमिक शिक्षकों प्रदर्शन में जूनियर हाईस्कूल के शिक्षकों का भी पूरा समर्थन रहा। सभी स्कूल बंद रहे। इस दौरान खण्ड शिक्षाधिकारी बहादुरपुर पर जानलेवा हमले के आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर भी आक्रोश जताया गया। संगठन के जिलाध्यक्ष विनोद कुमार पाण्डेय तथा महामंत्री राजेश सिंह पटेल ने जूनियर स्कूल के शिक्षकों का नेतृत्व किया।

क्या है मामला

बहादुरपुर ब्लाक के बजहा प्राथमिक विद्यालय में 30 अगस्त को प्रधानाध्यापिका की अनुपस्थिति में स्कूल का काम देख रही शिक्षिका ने फल वितरण के दौरान सड़े केले का वितरण करने से मना कर दिया था। आरोप है कि इस बात पर ग्राम प्रधान राजेश कुमार ने न सिर्फ बच्चों को बंधक बना लिया बल्कि शिक्षिका से बदसलूकी करते हुए उसके कपड़े फाड़ दिए।

शिक्षकों की प्रमुख मांगें

जिनके विरुद्ध 30 अगस्त व 2 सितंबर को प्राथमिकी दर्ज है। उन्हें तत्काल गिरफ्तार किया जाए।

जनपद के समस्त शिक्षक एवं शिक्षिकाओं तथा एबीएसए की सुरक्षा की गारंटी ली जाए

एमडीएम से अध्यापकों को पूरी तरह मुक्त किया जाए। या ग्राम प्रधानों की जगह प्रबंध समिति के अध्यक्ष के साथ ज्वाइंट किया जाए खाता

जनपद के किसी भी शिक्षक, शिक्षिका, खण्ड शिक्षाधिकारी के विरुद्ध बदले की भावना से कोई भी कार्रवाई नहीं की जाए।

शिक्षकों के विरोध के कारण जिले के सभी प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय बंद रहे। शाम को सभी शिक्षक संगठनों को बुलाकर समझाया गया। इसके बाद उन्होंने गुरुवार से विद्यालय संचालित करने की बात पर सहमति जताई।

जय करन यादव, बीएसए

फैक्ट फाइल

2328 प्राथमिक स्कूलों में तालाबंदी

981 जूनियर हाईस्कूल के नहीं खुले ताले

7000 शिक्षकों सड़क पर उतर किया प्रदर्शन