पासपोर्ट की तर्ज पर शुरू हुई व्यवस्था, एक ही काउंटर पर होगा आवेदक का पूरा काम

प्रयागराज में सोमवार को हुआ लांच, यूपी के लखनऊ और गाजियाबाद में लागू हो चुकी है व्यवस्था

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लर्निग लाइसेंस बनवाना है या लर्निग लाइसेंस को परमानेंट करना है अथवा लाइसेंस से संबंध कोई दूसरा काम कराना है। आपको आरटीओ दफ्तर पहुंचने के बाद न तो किसी बाबू को सेट करने की जरूरत होगी और न ही किसी से यह पूछने की जरूरत होगी कि कौन से काम के लिए कौन से रूम में जाना है। सबकुछ अपग्रेड कर दिया गया है। पासपोर्ट की तर्ज पर आरटीओ ने भी उपभोक्ताओं को सिंगल विंडो फेसेलिटी उपलब्ध करा दिया है। प्रयागराज उत्तर प्रदेश का सिर्फ तीसरा जिला है जहां इस व्यवस्था को ट्रायल के तौर पर रन कराया जा रहा है। इसे पूरे प्रदेश में लागू करने की योजना है।

कलर कोड के अनुसार काउंटर

यह सुविधा आरटीओ कार्यालय के सारथी भवन के अपग्रेड होकर तैयार हो जाने पर मिली है। टोकन व्यवस्था पर आधारित सुविधा देने वाला यह प्रदेश का तीसरा आरटीओ कार्यालय है। इससे पहले लखनऊ और गाजियाबाद में यह सुविधा शुरू हुई थी। आरटीओ में लाइसेंस बनवाने के लिए तीन समय अंतराल निर्धारित है। इनमें 10 से 12, 12.30 से 2.30 और 3 से 5 बजे का समय है। इसके साथ ही हर काम के लिए टोकन का कलर तक निर्धारित किया गया है। कलर के अनुसार काउंटर बनाये गये हैं। इसे तीन कैटेगिरी में डिवाइड किया गया है। रेड, ग्रीन और यलो। खास बात यह है कि तीनो कलर काउंटर पर सभी प्रकार की सुविधा उपलब्ध होगी। मसलन आपकी फोटोग्राफ भी यहीं होगी और फिंगर प्रिंट भी यहीं लिया जाएगा। यहीं आपके डाक्यूमेंट वेरीफाई किए जाएंगे। यहीं से लाइसेंस संबंधी समस्त जानकारी उपलब्ध हो जाएगी। टोकन मिलने के बाद आवेदक नंबर के अनुसार काउंटर पर जाने के बाद फोटो और कंप्यूटर टेस्ट की औपचारिकताएं पूरी करानी होगी।

अभी तक अलग-अलग थी व्यवस्था

इसके पहले तक संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय की व्यवस्था अलग थी। डाक्यूमेंट जमा करने का काउंटर अलग था। फोटो खिंचवाने के लिए अलग काउंटर पर जाना होता था और फिंगरप्रिंट लेने के लिए अलग काउंटर बनाया गया था। पब्लिक तीनों स्थानों पर भटकती रहती थी। सेटिंग से आने वालों का काम पहले हो जाया करता था। इसके चलते आए दिन यहां बतकुच्चन हुआ करती थी। नई व्यवस्था से पब्लिक को बड़ी राहत मिलने जा रही है। पब्लिक को संभागीय परिवहन अधिकारी कार्यालय प्रिमाइस की लॉबी में बैठकर अपनी बारी की प्रतीक्षा करनी होगी। नंबर आने पर उसे विंडो पर पहुंचकर फॉर्मेलिटीज पूरी करानी है। इसके बाद उसका काम हो जाएगा। बता दें कि यह व्यवस्था लाइसेंस से संबंधित प्रक्रिया आनलाइन पूरी करके जाने वालों के लिए ही है। आन द स्पॉट लाइसेंस का फॉर्म भरने या फीस जमा करने की व्यवस्था में फिलहाल कोई चेंज नहीं किया गया है।

तीन कलर का यूज होगा

लाल : लर्निग लाइसेंस वालों के लिए

हरा : लाइसेंस परमानेंट कराने के लिए

पीला : ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित किसी भी कार्य के लिए

टोकन व्यवस्था पर आधारित डीएल बनवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इससे आवेदकों को सुविधा और बेहतर माहौल मिल रहा है। उन्हें अब एक ही विंडो से सारी सुविधाएं मिल रही हैं।

डा। सियाराम वर्मा

एआरटीओ, प्रशासन