प्रयागराज ब्यूरो । आजकल युवाओं में क्रिकेट का जबरदस्त क्रेज है। अधिकतर युवा फास्ट बालर बनने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। लेकिन उन्हे नही पता कि बालिंग के दौरान कंधे पर अधिक जोर पडऩे पर कभी कभी उसमें दर्द उठने लगता है। इसे नजर अंदाज नही करना चाहिए। अगर वह लंबे समय तक इसी दर्द के साथ प्रेक्टिस करेगा तो भविष्य मे ंउसका कंधा खराब हो सकता ह

और करियर भी चौपट हो जाएगा। यह बात एमएलएन मेडिकल कॉेलेज के प्रीतम दास प्रेक्षागृह में चल रहे यूपीऑर्थोकॉन 2024 के दूसरे दिन शनिवार को नई दिल्ली के स्पोर्ट्स इंजरी विशेषज्ञ डॉ। दीपक जोशी ने कही। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी को यह तय करना होगा कि जल्द से जल्द डॉक्टर की सलाह पर कंधे का इलाज शुरू कराने के साथ उसकी उचित फिजियोथेरेपी कराई जाए। इससे उसका करियर लंबे समय तक चलेगा।

डॉक्टर्स ने दिए व्याख्यान

दूसरे दिन की शुरुआत डॉ। एके गुप्ता एनमेडल सत्र के साथ हुई। केजीएमयू लखनऊ के प्रोफेसर आशीष कुमार ने बीएन सिन्हा, डॉ। विकास कपूर ने डॉ। टीपी श्रीवास्तव, इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ। राम चड्डा ने डॉ। केपी श्रीवास्तव भाषण दिया। नई दिल्ली से डॉ। अनिल जैन और डॉ। एसएस यादव, मुंबई से डॉ। गोविंद सेठी, डॉ। एसएस मोहंती, पुणे से डॉ। पंकज जिंदल, डॉ। अनूप अग्रवाल, लखनऊ से डॉ। संतोष सिंह और कोलकाता से डॉ। राजीव रमन जैसे प्रमुख आर्थोपेडिक सर्जनों ने अपने व्याख्यान दिए। इस अवसर पर मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल से सेलिब्रिटी ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ। संजय अग्रवाल ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम में ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन से प्रोफेसर एएन वर्मा, डॉ। केडी त्रिपाठी, डॉ। कपिल कुलश्रेष्ठ, डॉ। हरीश सिंह, डॉ। मुरारी वर्मा, डॉ। अनुराग अग्रवाल, डॉ। अक्षत चंद्रा और डॉ। निमिष अग्रवाल मौजूद रहे। शनिवार शाम डॉ। केडी त्रिपाठी ने यूपीओए के अध्यक्ष और डा। पीयूष मिश्रा ने यूपीओए के निर्वाचित अध्यक्ष के रूप में कार्यभार ग्रहण किया।