प्रयागराज ब्यूरो । सहालग सीजन को चुनावी नजर लग सकती है। इसलिए शादी विवाह वाले घरों को होशियारी बरतनी होगी। कहीं ऐसा न हो कि जाने अनजाने में वह कोई मुसीबत मोल लें। ऐसा हम नहीं बल्कि चुनावी आदर्श आचार संहिता कह रही है। विवाह उत्सव में मेहमानों को बुलाने से लेकर सोने चांदी और कैश को लेकर सफर करने में भी एहतियात बरतनी होगी। क्योंकि जरा सी लापरवाही आपकी खुशियों को ग्रहण लगा सकती है।
दावत में शुरू न हो जाए प्रचार-प्रसार
प्रयागराज में 25 मई को मतदान होना है। यही कारण है कि धीरे धीरे चुनावी माहौल बनने लगा है। पार्टियां भी अपने उम्मीदवारों का नाम घोषित कर रही हैं। वहीं सहालग सीजन की शुरुआत हो चुकी है। नेताजी के लिए प्रचार प्रसार के लिए इससे बेहतर मौका और क्या हो सकता है। जबकि आदर्श आचार संहिता कहती है कि किसी भी उत्सव में कोई प्रत्याशी अपना चुनावी प्रचार प्रसार नही कर सकता है। इसलिए लोगों को होशियार रहना होगा। क्योंकि शिकायत होने पर संबंधित थाने की फोर्स विवाह उत्सव आयोजित कराने वाले व्यक्ति से पूछताछ कर सकती है और वीडियोग्राफी या अन्य साक्ष्य मिलने पर विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई भी कर सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि न्यौता देने के दौरान ही उनसे बता दें कि केवल वर वधू को आशीर्वाद देने आएं, न कि भीड़ लेकर वोट मांगने।
ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करना बेहतर
चुनाव आयोग का कहना है कि बीस हजार से अधिक नकदी लेकर चलने पर उससे संबंधित सुबूत भी रखने होंगे। वरना यह रकम जब्त कर ली जाएगी। हालांकि सहालग सीजन में अक्सर बाजार से कपड़े, गहने और फर्नीचर आदि की शापिंग के दौरान नकदी की आवश्यकता पड़ती है। लेकिन चुनावी सीजन में ऐसा करने के बजाय ऑनलाइन ट्रांजेक्शन ही बेहतर आप्शन साबित हो सकता है। पुलिस भी तमाम चौराहों और नाकों पर कैश की तलाशी अभियान निरंतर चला रही है।
शराब की खेप, नहीं है सेफ
अगर बारात दूर की है और बारातियों के लिए शराब की खेप लेकर जाना है तो जरा बचकर। ऐसा न हो पुलिस की तलाशी में आपकी बोतलें पकड़ी जाएं और जब्ती का शिकार हो जाएं। चुनावी सीजन में वोट के चक्कर में शराब का प्रलोभन जमकर दिया जाता है। इसलिए पुलिस अवैध शराब की धर पकड़ तेजी से कर रही है। इसलिए ऐसा करने से पहले भी बार बार सोच जरूर लें।
ट्रेन में सोना लेकर चलना, न बाबा न
हाल ही में रेलवे ने आदर्श आचार संहिता के पालन को लेकर नया आदेश निकाला है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रेन में अगर सोना लेकर सफर कर रहे हैं तो इसकी रसीद साथ रखनी होगी। ऐसा नही करने पर सोने को जब्त कर लिया जाएगा और सुबूत नही देने पर संबंधित को जेल भी भेजा जा सकता है। शादी के सीजन में अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने साथ भारी भरकम गहने लेकर चलते हैं। कभी यह गिफ्ट या चढ़ावे में देने होते है तो कभी पर्सनल यूज के लिए।

16 दिन सहालग, 9 बड़ी लगन
शनिवार यानी 13 अप्रैल से शुरू हुई सहालग 16 दिन तक चलेगी। 27 अप्रैल को इस सीजन की अंतिम लगन होगी। हालांकि इस बीच 9 ऐसी तिथियां हैं जिनमें शादी विवाह के लिए शुभ योग बन रहा है। इन दिनों में शहर में हजारों शादियां होंगी। ज्योतिषाचार्य उदित नारायण त्रिपाठी ने बताया कि 13, 18, 19, 21, 22, 23, 24, 25, 26 अप्रैल को विवाह के लिए शुभ मुहूर्त होगा। इस दौरान पुलिस और प्रशासन की विवाह उत्सवों पर पैनी नजर होगी। विपक्षियों द्वारा शिकायत दर्ज कराए जाने पर पुलिस कार्रवाई भी कर सकती है।


चुनाव आचार संहिता लग जाने से काफी चीजों का ख्याल रखना होगा। बैंड बाजा ज्यादा नहीं बजवा सकते हैं। मेहमानों को भी कम संख्या में बुलाया जा रहा है। चुनाव की वजह से कई जगह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
प्रो। नंद कुमार तिवारी

एक तो शादियों पर महंगाई की मार पड़ रही है। ऊपर से चुनाव आ गया है। काफी सोच समझकर आयोजन करना होगा। कम लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है। किसी भी पालिटिशियन को नहीं बुलाना है।
अमित