-ट्रेनों में नहीं मिली सीट, जंक्शन पर रही कैंडिडेट्स की भीड़

-फेस्टिवल पर घर आए लोगों को लौटने के लिए हुई परेशानी

-वेटिंग,नो रूम की वजह से जमीन पर बैठ कर करना पड़ा सफर

<-ट्रेनों में नहीं मिली सीट, जंक्शन पर रही कैंडिडेट्स की भीड़

-फेस्टिवल पर घर आए लोगों को लौटने के लिए हुई परेशानी

-वेटिंग,नो रूम की वजह से जमीन पर बैठ कर करना पड़ा सफर

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: संडे का दिन रेलवे के लिए जबरदस्त प्रेशर वाला रहा। एक ओर दुर्गा पूजा और दशहरा मना कर लौट रहे सैकड़ों लोगों वेटिंग लिस्ट और नो रूम की वजह से सीट नहीं मिल पाई, वहीं एसएससी एग्जाम में आए कैंडिडेट्स की भीड़ की वजह से भी ट्रेन में चढ़ने में काफी दिक्कत हुई। रेलवे ने पहले से काफी तैयारी कर रखी थी, लेकिन सारी तैयारी फेल साबित हुई।

जितने कनफर्म, उससे ज्यादा वेटिंग

संडे को इलाहाबाद से रवाना होने वाली ट्रेनों में स्थिति ये रही कि टोटल कनफर्म सीटों से ज्यादा वेटिंग टिकट की लिस्ट रही। क्योंकि बड़ी संख्या में इलाहाबादी दिल्ली, सहारनपुर, मेरठ और मुंबई में रहते हैं, जो दशहरा की पांच दिनों की छुट्टी पर अपने घर आए थे। मंडे से ड्यूटी ज्वाइन कर सकें, इसलिए संडे को ही लौटना चाहते थे। फेस्टिवल से दो-तीन दिन पहले आई भीड़ का प्रेशर अचानक एक ही दिन होने के कारण स्थिति ये रही कि वेटिंग लिस्ट काफी लंबी हो गई। इलाहाबाद से दिल्ली जाने वाले प्रयागराज एक्सप्रेस में संडे को वेटिंग लिस्ट 7भ्0 के पार रही। वहीं, दूरंतो एक्सप्रेस में तो शनिवार को ही नो रूम हो गया था। मथुरा एक्सप्रेस में वेटिंग लिस्ट ब्00 के पार पहुंच गया था। नौचंदी एक्सप्रेस में नो रूम होने से वेटिंग टिकट भी नहीं मिल पाई।

चलानी थी क्लोन ट्रेन

फेस्टिवल सीजन में पैसेंजर्स को कोई दिक्कत न हो, लोग अपने डेस्टिनेशन तक पहुंच सके, इसके लिए रेल मंत्रालय ने क्लोन ट्रेन चलाने का निर्णय लिया था। इसके तहत तय किया था कि अगर किसी डिमांडेड ट्रेन की वेटिंग लिस्ट भ्00 के ऊपर पहुंचे तो उसी ट्रेन के नाम से उस ट्रेन की क्लोन ट्रेन चलाई जाए, ताकि सारे वेटिंग टिकट कनफर्म हो जाएं। संडे को प्रयागराज एक्सप्रेस की वेटिंग लिस्ट 7भ्0 थी, लेकिन रेलवे ने क्लोन ट्रेन नहीं चलाई। इस वजह से सैकड़ों लोगों ने जहां टिकट कैंसिल कराया, वहीं सैकड़ों लोग वेटिंग टिकट के साथ ही सफर करने को मजबूर रहे।

ट्रेन पर टूटी भीड़

संडे को एक तरफ जहां रिजर्वेशन कराकर ट्रेनों का इंतजार कर रहे पैसेंजर्स की भीड़ थी। वहीं, दूसरी तरफ से संडे को एसएससी टीयर-टू का एग्जाम देने के लिए कैंडिडेट्स की भारी भीड़ इलाहाबाद पहुंची थी। शाम चार बजे तक तो जंक्शन पर सन्नाटा छाया रहा। सेकेंड पाली का एग्जाम छूटते ही साढ़े चार-पांच बजे से भीड़ बढ़नी शुरू हो गई। स्थिति यह रही कि थोड़ी देर में ही जंक्शन पर भारी भीड़ जमा हो गई। पांच बजे के बाद जैसे ही सीमांचल एक्सप्रेस, कालका मेल और मडुआडीह एक्सप्रेस जंक्शन पहुंची कैंडिडेट्स की भीड़ ट्रेनों पर टूट पड़ी, जिसकी वजह से पैसेंजर्स को काफी परेशानी हुई। जंक्शन पर भीड़ को देखते हुए जीआरपी और आरपीएफ के जवान लगाए गए थे, लेकिन हालात को काबू करने में उनको खासी मशक्कत करनी पड़ी।