- जलकल कार्यालय में हुआ बवाल

- सूचना मिलने पर पहुंची फोर्स

- दूषित पेयजल आपूर्ति का विरोध कर रहे कांग्रेसियों ने किया जबर्दस्त प्रदर्शन

ALLAHABAD:

पुराने शहर में इन दिनों सप्लाई किए जा रहे बदबूदार पीले रंग के दूषित पानी को लेकर खुशरूबाग पहुंचे लोगों ने प्रदर्शन किया और पेयजल आपूर्ति का विरोध किया। जिस पर अधिकारियों ने दूषित पेयजल आपूर्ति से इनकार किया तो अधिशासी अभियंता जलकल को पकड़कर जबर्दस्ती बोतल में भरा गंदा पानी पिलाया, जिसके बाद जलकल कार्यालय में बवाल हो गया। जलकल अधिकारियों के साथ ही कर्मचारियों ने हंगामा करते हुए पुलिस को बुला लिया, लेकिन बाद में मामला शांत हो गया।

दूषित पानी लेकर किया प्रदर्शन

शहर के खुल्दाबाद, हिम्मतगंज, करबला, लूकरगंज, अटाला, नखासकोना, करैली, बहादुरगंज आदि इलाकों में इन दिनों दूषित पेयजल आपूर्ति की जा रही है। जिससे पूरा इलाका परेशान है। वहीं रमजान का महीना होने से लोगों को कुछ ज्यादा ही दिक्कत हो रही है। दूषित पेयजल आपूर्ति से परेशान लोग सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी के महासचिव हसीब अहमद व श्रीश चंद्र दुबे के नेतृत्व में खुशरूबाग स्थित जलकल कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन करने लगे। जीएम जलकल के मौजूद न रहने पर भड़क गए और अधिकारियों को बुलाने की मांग करने लगे।

क्या आप पी सकते हैं ये गंदा पानी

लोगों के विरोध व प्रदर्शन को देखते हुए अधिशासी अभियंता एके स्वामी लोगों से बातचीत करने पहुंचे। विरोध कर रहे कांग्रेसियों व अन्य लोगों ने शहर में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायत की। प्रदर्शन कर रहे लोगों का आरोप है कि शिकायत पर अधिशासी अभियंता ने दूषित पेयजल आपूर्ति के आरोप को खारिज करते हुए विरोध जताया। जिस पर लोगों ने साथ लाए गए बोतल में भरे पानी को दिखाया और खुद पी लिया।

दबंगई पर हंगामा मच गया

जिला महासचिव हसीब अहमद ने कहा कि ये वही पानी है जो जलकल के नलों से घरों में पहुंच रहा है। हमने तो पी लिया, आप पीकर दिखाइए। जिस पर अधिशासी अभियंता ने पानी पीने से इनकार कर दिया। बस इसी बात को लेकर कांग्रेसियों का गुस्सा भड़क उठा और अधिशासी अभियंता को पकड़कर जबर्दस्ती उन्हें पानी पिलाया। अधिशासी अभियंता का कपड़ा गीला हो गया। जिसके बाद हंगामा मच गया। अधिकारियों ने पुलिस को सूचना देकर बुला लिया। थोड़ी ही देर में भारी संख्या में पुलिस टीम पहुंच गई। इस दौरान नारेबाजी व प्रदर्शन होता रहा। अधिकारियों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया। दूषित जलापूर्ति की समस्या से जल्द से जल्द निजात दिलाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद मामला शांत हुआ। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने 72 घंटे के अंदर समस्या का समाधान न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। प्रदर्शन करने वालों में जिशान अहमद, प्रशांत पांडेय, हिमांशु केसरवानी, रितेश कुमार, विजय श्रीवास्तव, मुजीब कुरैशी, कामेश्वर सोनकर, विजय निषाद, अजय पटेल, आलम पासी, अनुज श्रीवास्तव, विनीत आदि शामिल रहे।