एयू विधि संकाय एचओडी पर एक गुट के छात्रों ने दर्ज कराया केस

ALLAHABAD: होम करते गुरुजी के हाथ जल गए। छात्र गुटों में मारपीट के बाद दोनों पक्षों को समझौते के लिए अपने कार्यालय बुलाना एयू विधि संकाय के एचओडी प्रो। आरके चौबे को भारी पड़ गया। एक गुट के छात्रों ने एचओडी पर षड़यंत्र रचने का आरोप लगाते हुए विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करा दी।

समझौते के लिए बुलाया था

गौरतलब है कि इविवि के जीएन झा हॉस्टल में 17 नवम्बर को छात्रों के दो गुटों में जमकर मारपीट हुई थी। लॉ फैकेल्टी के एचओडी प्रो। आरके चौबे ने दोनों पक्षों को मंडे को समझौते के लिए बुलाया था। प्रोफेसर के बुलाने पर पहुंचे दोनों पक्षों में प्रोफेसर के चैंबर में ही मारपीट हो गयी। इसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्रसंघ के पूर्व उपमंत्री श्रवण कुमार जायसवाल को गंभीर चोट आई। श्रवण के अलावा एबीवीपी से छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ चुके आनंद कुमार सिंह निक्कू और सूर्य प्रकाश मिश्र भी घायल हो गए।

प्रोफेसर पर षड़यंत्र का आरोप

मारपीट में घायल छात्रों एवं पूर्व पदाधिकारियों का आरोप था कि प्रो। आरके चौबे ने उन्हें षड़यंत्र के तहत बुलाया और दूसरे पक्ष से पिटवाया। कर्नलगंज पुलिस ने श्रवण जायसवाल की तहरीर पर प्रो। आरके चौबे सहित अवधेश तिवारी बजरंगी, मोनू ठाकुर, अर्पित सिंह उर्फ राजकुमार, सतीश तिवारी, नीरज सिंह उर्फ बंटू, राजेश सिंह व दो अज्ञात के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया है।