कोहरे से पखवारे भर बाद फिर बढ़ी गलन

सारा दिन गर्म कपड़ों में लिपटे रहे बेल्हा के लोग

PRATAPGARH : नए साल की पहली सुबह कोहरे से ढकी रही। कोहरे के कारण एक बार फिर ठंड बढ़ गई। दिन में हल्का बादल छाया रहा। जिसके कारण धूप से राहत नहीें मिली। लोग गर्म कपड़ों में लिपटे रहे।

फिर बढ़ी गलन

पखवारे भर से कोहरा नहीं पड़ रहा था। पश्चिमोत्तर की हवा चलने के कारण गलन बढ़ गई थी। तीन दिन पहले हवा का रुख बदलने से तापमान चढ़ गया था। ठंड से लोगों को काफी हद तक राहत मिल गई थी। गुरुवार की रात से फिर कोहरा पड़ने लगा। लोग सुबह उठे तो कोहरे की चादर तनी हुई थी। ठंड काफी बढ़ गई थी। ठंड के कारण काफी देर तक लोग बिस्तर में दुबके रहे। सुबह स्कूली बच्चे कांपाते हुए स्कूल पहुंचे।

फसलों को कोहरे से खतरा

दिन में आसमान में हल्के बादल छाए रहे। इससे धूप से भी राहत नहीं मिल पा रही थी। ठंड से बचाव के लिए लोग जगह-जगह अलाव जलाए हुए थे। उधर, कोहरा देखते ही किसानों के माथे पर ¨चता की लकीरें ¨खच गई। क्योंकि कोहरा इसी तरह पड़ता रहा तो आलू, मटर, अरहर की फसलों को नुकसान पहुंच सकता है। दिसंबर महीने के आखिरी पखवारे में कोहरा न पड़ने से किसान राहत महसूस कर रहे थे। एक बार फिर कोहरा पड़ने से किसान परेशान दिख रहे हैं।

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15 घंटे में बेल्हा पहुंची कानपुर इंटरसिटी

कानपुर से चली इंटरसिटी एक्सप्रेस 15 घंटे में बेल्हा पहुंची। बीतते साल के आखिरी दिन कोहरे ने इस कदर कहर बरपाया कि कई ट्रेनें पिट गई। कानपुर वाया लखनऊ, रायबरेली आने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस के यहां पहुंचने का समय रात 11 बजे है। यह ट्रेन गुरुवार को चली तो शुक्रवार को सुबह 8 बजे प्रतापगढ़ पहुंची। इससे यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। यही नहीं, यह ट्रेन भोर में 4.35 बजे यहां से कानपुर के लिए रवाना होती है, लेकिन शुक्रवार को यहां से सुबह साढ़े नौ बजे कानपुर के लिए रवाना हुई। इसके अलावा अमृतसर से हावड़ा जाने वाली पंजाब मेल 22 घंटे, हावड़ा से अमृतसर जाने वाली पंजाब मेल डेढ़ घंटे, वाराणसी से लखनऊ जाने वाली वीपीएल पैसेंजर 3 घंटे, देहरादून से वाराणसी जाने वाली जनता एक्सप्रेस 1 घंटे, लखनऊ से वाराणसी जाने वाली इंटरसिटी 45 मिनट विलंब से चल रही थी। ट्रेनों के लेट होने से यात्री परेशान नजर आए।