प्रयागराज ब्यूरो । बारात सकुशल घर लौट आयी थी तो जोश हाई था। इसी जोश में हर्ष फायरिंग की जा रही थी। संयोग से एक गोली मिसफायर होकर असलहे के भीतर ही फंस गयी। इसी गोली को निकालने समय फायर हो गया और चार लोगों की जान पर बन आयी। आनन फानन में सभी को अस्पताल पहुंचाया गया। घटना के चलते खुशियों वाले घर में सन्नाटा पसर गया। रोना-पीटना मच गया। स्थानीय लोग मौके पर जुट गये और घायलों के परिवार वालों को समझाने-बुझाने में लग गये।
दोपहर में हुई घटना
घटना शनिवार को दिन में सराय इनायत थाना क्षेत्र के चकमुजमी गांव की बतायी गयी है। परिवार के साथ गुडग़ांव दिल्ली में सैटिल्ड हो चुके ललित की ससुराल इस गांव में है। वह ससुराल में आयोजित शादी समारोह में शिरकत करने के लिए यहां आये थे। शुक्रवार को धूमधाम से बारात निकली। सम्पूर्ण वैवाहिक प्रोग्राम भी शांतिपूर्ण तरीके से पूरा हो गया। ललित ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे बारात घर पर वापस लौटी थी। दुल्हन उतारे जाने वाले घर में खुशी का माहौल था तो नाच-गाना भी चल रहा था। इसे देखकर एक रिश्तेदार जोश में आ गये। उनके पास लाइसेंसी बंदूक थी तो उन्होंने हर्ष फायरिंग शुरू कर दी। संयोग से गोली नली में ही फंस गई। वह नली को सामने करके गोली निकालने की कोशिश कर रहे थे, इसी दौरान नाल में फंसी गोली चल गयी। बताया जाता है कि गोली सामने रखे बेड को भेदते हुए बाहर निकल गई। सामने खड़े विजय (12) पुत्र राकेश भारती, भाविक (10) पुत्र ललित कुमार, रक्षित (10) पुत्र ललित कुमार और सुषमा (40) पत्नी प्रेम चंद्र जख्मी हो गए। घायलों को तत्काल अस्पताल भेजा गया।


आत्मरक्षा के हथियार बन रहे खतरा
प्रयागराज में हर्ष फायरिंग के दौरान घायल होने की यह पहली घटना नहीं है। तीन साल के भीतर ऐसी तमाम घटनाएं सामने आ चुकी हैं जिनमें लाइसेंसी हथियार का इस्तेमाल जश्न मनाने के दौरान किया गया और किसी की जान पर बन आयी। प्रयागराज में आत्मरक्षा के लिए घरों में रखे 50 हजार से ज्यादा लाइसेंसी हथियारों से पिछले कई वर्षों में एक भी गोली बचाव में नहीं चली बल्कि इन असलहों से कत्ल, आत्महत्या और हर्ष फायरिंग में मौत ही हुई है। जिले के विभिन्न थानों में तीन साल में लाइसेंसी हथियारों से आत्महत्या की सात, हत्या की तीन और हर्ष फायरिंग के छह मामले दर्ज हो चुके हैं। इसी महीने में कुछ दिन पहले हंडिया के लोकमनपुर गांव के रहने वाले प्रेमशंकर शुक्ल ने दो बेटों में बड़े 25 वर्षीय शिवम को नशा करने पर फटकारा तो उसने अगले दिन सुबह लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। जिस हथियार को प्रेमशंकर शुक्ल ने अपनी रक्षा के लिए रखा था वही उनके बेटे की मौत का कारण बन गया। यह परिवार अब भी सदमे से बाहर नहीं निकल पाया है।

दो साल में हुई प्रमुख घटनाएं
15 नवंबर 2023 को हंडिया के लोकमनपुर गांव में शिवम शुक्ला ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर की आत्महत्या
नौ सितंबर 2023 को कौंधियारा के अतरी खुर्द गांव में संतोष ने दिनेश और मनीष को लाइसेंसी बंदूक से मारी थी गोली
30 नवंबर 2022 को नैनी में पिता लालचंद जायसवाल और मां कुसुम को बेटे रितेश ने लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारी
13 मई 2022 को औद्योगिक क्षेत्र के अपार्टमेंट में रेलवे ठेकेदार विभूति नारायण ने गोली माकर कर ली थी आत्महत्या
तीन दिसंबर 2022 को घूरपुर के चितौरी गांव में बरात में हर्ष फायरिग के दौरान 18 वर्षीय प्रिंस को लगी थी गोली
21 अप्रैल 2022 को फूलपुर के चकरा अलीपुर में हर्ष फायरिंग के दौरान गोली लगने से 27 वर्षीय जितेंद्र कुमार की मौत

ऐसे मामलों में शस्त्र लाइसेंस धारक के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने का प्रावधान है। थानेदारों को निर्देश है कि लाइसेंसी हथियार से कोई घटना होती है तो मुकदमा लिखने के साथ ही लाइसेंस निरस्त करने की रिपोर्ट भेजी जाए।
अभिषेक भारती
डीसीपी गंगानगर