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लाख तक परीक्षार्थी प्रतिदिन दे रहे हैं परीक्षा

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कॉलेज एफीलिएटेड हैं इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी से

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उड़ाका दल का गठन हुआ है नकलविहीन परीक्षा सम्पन्न कराने को

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जिलों इलाहाबाद, कौशांबी, प्रतापगढ़ और फतेहपुर के हैं कॉलेज

-फ्लाइंग स्क्वॉड के चार सदस्यों को एसटीएफ ने किया गिरफ्तार

-इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी का मामला, मंत्री तक पहुंची थी शिकायत

इलाहाबाद स्टेट यूनिवर्सिटी का एक और विवाद से पाला पड़ गया है। इस बार भी मामला बेहद गंभीर है और सिर्फ आरोपों पर आधारित नहीं है। रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद यह खुलासा हुआ है। जिन्हें नकल रोकने की कमान दी गयी, वही केन्द्र डिबार करने की धमकी देकर वसूली में लग गये। सोमवार को दो कॉलेजों से वसूली की शिकायत मंत्री तक पहुंच गयी तो मामला सीधे एसटीएफ के पास पहुंच गया। एसटीएफ ने एक फ्लाइंग स्क्वॉड के चार सदस्यों को रात होते-होते गिरफ्तार करके थाने पहुंचा दिया।

हर केन्द्र से 30 हजार रुपये की डिमांड

सोमवार को सनसनीखेज खुलासा इलाहाबाद एसटीएफ की विंग द्वारा सहसों से प्रो। डॉ। रेखा सिंह, यशवंत, धर्मेन्द्र और अवधेश की गिरफ्तारी के बाद हुआ। स्क्वॉड के ये सदस्य मार्निग में राजनरायण पांडेय डिग्री कॉलेज बेरुई गाटापुर पहुंचे थे। आरोप है उड़न दस्ते के इन सदस्यों ने तीस हजार रुपये न देने पर केन्द्र डिबार कर देने की धमकी दी। छात्रों का भविष्य दांव पर लग जाने के साथ महाविद्यालय की छवि को नुकसान पहुंचने का अंदेशा होने के पर इन्हें 30 हजार रुपये उपलब्ध करा दिये गये। इसके बाद यह टीम राधारमण पीजी कॉलेज बहरिया पहुंची थी। यहां भी टीम ने यही डिमांड रखी। मैनेजमेंट ने पैसा देने से इंकार किया तो केन्द्र डिबार कर देने की धमकी दी गयी। इसी दौरान एक छात्रा को नकल में रेस्टीकेट कर दिया गया। इसके बाद दबाव में आए मैनेजमेंट ने टीम ने 19 हजार रुपये नकद उपलब्ध करा दिये।

लिख लिया था नोटों का नंबर

घटना के संबंध में बहरिया थाने में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए तहरीर देने वाले राधारमण के पुत्र ज्ञानेन्द्र कुमार मिश्र ने लिखा है कि उन्होंने कुल 19000 रुपये पांच-पांच सौ रुपये मूल्य के नोटों की शक्ल में दिये थे। प्रत्येक नोट का नंबर उन्होंने नोट कर लिया था। प्रबंधक के कहने पर उन्होंने इसकी सूचना कुलपति प्रो। राजेन्द्र प्रसाद यादव को दी। सूत्रों का कहना है कि यह सूचना मंत्री तक भी पहुंचा दी गयी थी। यह जानकारी मिलने के बाद तत्काल एसटीएफ इलाहाबाद को मैदान में उतार दिया गया। शाम को एसटीएफ ने चारों को पकड़ लिया और बहरिया थाने ले गये।

शासन से कार्रवाई की जानकारी मिली है। किसी ने वहां सूचना दी थी कि उड़न दस्ता अवैध उगाही में लगा है। जो भी लोग इसमें लिप्त पाये गये हैं उनके खिलाफ यूनिवर्सिटी प्रशासन भी कार्रवाई करेगा।

प्रो। राजेन्द्र प्रसाद यादव

कुलपति, इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय

मुझे न तो अवैध वसूली की जानकारी है और न ही किसी को गिरफ्तार किये जाने की। पुलिस से पूछें वही ज्यादा बेहतर बता सकती है।

डॉ। साहब लाल मौर्य

रजिस्ट्रार, इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय

धाराएं और उनका मतलब

5भ्/13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम। सरकारी कर्मचारी द्वारा अवैध रूप से धन की मांग अथवा उसे प्राप्त करना

504 किसी के खिलाफ अभद्र शब्दों का इस्तेमाल करना

506 जान से मारने की धमकी देना