-पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए हाल ही में हुआ है रिटेन एग्जाम

-एग्जाम देने वालों के पास आने लगी हैं पास कराने के लिए कॉल

<-पुलिस कांस्टेबल भर्ती के लिए हाल ही में हुआ है रिटेन एग्जाम

-एग्जाम देने वालों के पास आने लगी हैं पास कराने के लिए कॉल

ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in

ALLAHABAD: हैलो<हैलो! ! हां जी, कौन? आदित्य बोल रहे हो। हां, आप कौन? तुमने पुलिस वाला एग्जाम दिया है ना। हां, दिया है तोअगर रिटेन एग्जाम क्वालीफाई करना है तो बोलो। हां, हां सर बताइए। परेशान मत हो, रिटेन एग्जाम निकल जाएगा। कैसे होगा सर? इसके लिए सिर्फ मिलना पड़ेगाभ्0 हजार रुपए का इंतजाम कर लो, काम हो जाएगा। बाकी के लिए बाद में कॉल करूंगा कुछ इसी अंदाज में छोटा बघाड़ा के रहने वाले आदित्य के मोबाइल पर कॉल आया था। फोन करने वाले को आदित्य ने अपने बारे में जानकारी दी। उसने आदित्य को झांसे में ले लिया। यह भी बताया कि सब कुछ फाइनल हो जाएगा। लेकिन आदित्य का रूम मेट दीपक बेहद स्मार्ट निकला। उसने आदित्य को समझा दिया कि ये सब फर्जीवाड़ा है। झांसे में लेकर रुपए लेना चाहते हैं।

सीबीआई ज्वाइन कर लो

दीपक ने कुछ देर बाद उसी नंबर पर अपने मोबाइल से कॉल किया। दीपक पहले से एलर्ट था और उसने अपने मोबाइल में कॉल रिकार्डिंग आन कर लिया था। फोन करके दीपक ने बताया कि आपका फोन आया था। उसने कहा कि रिटेन तो ठीक है लेकिन फिजिकल कैसे निकलेगा। इतना कहते ही दूसरी तरह से व्यक्ति ने कहा कि तुम पुलिस विभाग छोड़कर सीबीआई ज्वाइन कर लो। तुम्हारा दिमाग बहुत चल रहा है। पुलिस के लायक तुम्हारी जॉब नहीं है। इस बात को दीपक समझ न सका। उसने पूछा कि हुआ क्या। उधर से कॉल रिसीव करने वाले ने कहा कि बहुत स्मार्ट बनते हो। कॉल रिकार्ड कर रहे हो। इसलिए कहता हूं कि पुलिस नहीं सीबीआई ज्वाइन करो।

झांसे में लेने की कोशिश

दरअसल, इस तरह के कॉल ज्यादातर लड़कों के पास आ रहे हैं। यह तो आदित्य और दीपक एलर्ट थे जो उन बदमाशों के चंगुल में नहीं फंसे। नहीं तो लाखों का चूना लगना तय था। यह तो महज संयोग है। हालांकि हकीकत यह है कि सब कुछ जानने और समझने के बाद भी लोग आसानी से इन फ्राड के चंगुल में फंस जा रहे हैं। उन्हें पता है कि ऐसा कुछ नहीं होगा। लेकिन नाम और नंबर बता देने से उन्हें लगता है कि सामने वाले की पुलिस विभाग में सेटिंग है और वह रिटेन एग्जाम क्वालीफाई करा देगा।

हमेशा होता है ऐसा

कुछ साल पहले की बात है। पुलिस विभाग में होने वाली भर्ती में एक गैंग ऐसे ही एक्टिव था। उसने इलाहाबाद के तत्कालीन आईजी के नाम पर गेम करना शुरू कर दिया था। उनके पास पर कई लोगों से लाखों रुपए वसूल किए। वह कहते थो कि आईजी साहब ने कहा है कि काम हो जाएगा। जब इस बात की जानकारी आईजी को हुई तो उन्होंने इस मामले में ठोस कार्रवाई कराई। न सिर्फ आरोपी जेल भेजे गए बल्कि उनके खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई भी हुई। पुलिस ने पूरे रैकेट को ब्रेक किया।

अगर इस तरह का कोई कॉल किसी के पास आता है तो वह सीधे पुलिस से कंप्लेन कर सकता है। पुलिस भर्ती बोर्ड एग्जाम कंडक्ट करा रहा है। इसमें कोई सेटिंग का सवाल ही नहीं उठता। झांसे में आने के बाद केवल नुकसान होना है।

अरुण कुमार पाण्डेय

एसपी क्राइम

फैक्ट फाइल

-ब्क् हजार पुलिस कांस्टेबल की भर्ती के लिए चल रही है प्रक्रिया

-प्री के बाद इसी मंथ हुआ है रिटेन एग्जाम

-रिटेन एग्जाम पास कराने के नाम पर शुरू हो गई सेटिंग

-भ्0 हजार रुपए से दो लाख रुपए तक की डिमांड

-पुलिस ने कहा, एग्जाम में नहीं होगी कोई धांधली

-फ्राड करने वालों के चक्कर में फंसने वालों को लगेगा चूना

-झांसे में आने की जगह रहें एलर्ट, पुलिस से करें शिकायत