02
साल पहले तैयार हुई थी योजना
05
महीने पहले शुरू हुआ था काम
15
लोग नियमित तौर पर कर रहे काम
32
लाख रुपये आएगा टोटल खर्च
nitin.sharma@inext.co.in
देश के चार प्रांतों के कारीगर और आर्टिस्ट पांच महीने से दिन रात एक करके लगे हुए हैं। टास्क आलमोस्ट कम्प्लीट हो चुका है। इसकी एक झलक आज पहली बार दैनिक जागरण आई नेक्स्ट रीडर्स के सामने है। इसका फर्स्ट लुक इतना इंप्रेसिव है कि देखकर आप वाह किये बिना नहीं रह सकेंगे। कॉमन पब्लिक को इसका दीदार दशहरे के दिन भोर में निकलने वाली चौकियों में होगा।
चौकी की खासियत
सूर्य रथ और गरुण विमान नाम दिया गया है दोनो चौकियों को
प्रतिदिन भोर में निकलने वाली चौकियों का हिस्सा होगा
पूरी चौकी पर सोने और चांदी का ओरिजिनल वर्क चढ़ाया गया है
गरुण विमान स्व। नत्थूलाल महाबीर प्रसाद जडि़या की स्मृति में तैयार किया गया है
इसकी परिकल्पना कमेटी के महामंत्री आनन्द सिंह ने की है
नगर समेत कोलकाता, जयपुर, वाराणसी और केरल के कारीगरों की देखरेख में हो रही तैयार
चैकियों के जरिए द्वापर और त्रेता युग का वैभव जीवंत करने की कोशिश
गरुण विमान पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम और लक्ष्मण विराजेंगे
सूर्यरथ में भगवान राम के वंशजों की झांकी चलेगी
दोनों चौकियों में दक्षिण भारत की कलात्मक शैली के साथ उत्तर भारत की मंदिर शैली की झलक दिखेगी
मई में प्लान बना और जून से काम शुरू हो गया। अब दोनो चौकियां तैयार हो चुकी हैं। टेक्निशियन और जड़ाऊ कारीगरों ने काफी मेहनत की है।
रामचन्द्र पटेल
संयोजक