ताकि अवेयर हो सकें

मेला अधिकारी मणि प्रसाद मिश्रा के मुताबिक महाकुंभ को ग्रीन कुंभ का नाम इसलिए दिया गया है ताकि इलाहाबाद को ग्रीन सिटी बनाया जा सकेहर जगह हरियाली दिखेगंगा और यमुना नदी के किनारे हरियाली बनी रहेयही नहीं प्रयाग में महाकुंभ में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं व कल्पवासियों को अवेयर किया जा सकेउन्हें यह बताया जा सके कि अगर हर व्यक्ति एक-एक पौधा लगाए तो इसका कितना असर पड़ेगापूरी सिटी ग्रीन-ग्रीन हो जाएगी

स्नान करे और पौधा पाओ

मेला अधिकारी की मानें तो प्रशासन इस तैयारी में जुटा है कि कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को वापस जाते समय गिफ्ट में एक पौधा दिया जाएउन्हें बताना है कि एक पौधा लगाने का क्या फायदा हैइसके लिए माघ मेला प्रशासन वन विभाग की मदद ले रहा हैपौधा कलेक्ट करने की जिम्मेदारी वन विभाग को दी गई है

इलाहाबादी अमरूद का पौधा मिलेगा

अभी यह कहना जल्दीबाजी होगा कि कुंभ में कितने श्रद्धालुओं को पौधा गिफ्ट किया जाएगायह काफी कुछ वन विभाग पर निर्भर करेगालेकिन तैयारी चल रही हैपौधा फ्री में गिफ्ट देने के लिए वन विभाग भी स्पेशली इलाहाबादी अमरूद का पौधा तैयार करने में जुटा हैउम्मीद की जा रही है कि श्रद्धालुओं को गिफ्ट में अमरूद का ही पौधा दिया जाएइसका कारण यह है कि अमरूद का पौधा आसानी से और कम लागत में तैयार हो जाएगादूसरा यह कि इलाहाबादी अमरूद का नाम भी हैअगर कोई इसे अपने यहां ले जाएगा तो उसके साथ श्रद्धा भी जुड़ी रहेगी

10 हजार पौधे यहीं लगेंगे

ग्रीन कुंभ प्लानिंग के लिए कुंभ कैंपस को भी हरा-भरा करने की तैयारी चल रही हैइसके लिए प्रशासन बहुवर्षीय शोभाकार प्लांट और मौसमी पौधे तैयार करा रहा हैकुंभ मेले में प्रशासनिक ऑफिसर कैंप व अन्य कैंप को पर्यावरण के अनुरूप बनाने का काम चल रहा हैइसके लिए 10 हजार पौधे गमलों में लगाकर सजाया जाएगा

कैसे बंटेगे पौधे

कुंभ में स्नान के दौरान गिफ्ट बांटना प्रशासन के लिए आसान नहीं होगाइसलिए प्रशासन इसके लिए एक कैंप लगा रहा हैयह कैंप सीधे वन विभाग से जुड़ा होगा जहां न केवल पर्यावरण संबंधी प्रदर्शनी लगेगी बल्कि वहीं से श्रद्धालुओं को एक-एक पौधा गिफ्ट में बांटा जाएगाइससे श्रद्धालु अवेयर होंगेपर्यावरण की स्थिति को जानेंगेपौधे लगाने के फायदे से रूबरू होंगे

Report by: Piyush kumar