बेली हास्पिटल में थर्सडे को आधे से ज्यादा डाक्टर्स रहे डयूटी से गायब
दूर-दराज से आने वाले मरीजों डाक्टर के इंतजार में भटकना पड़ा
<बेली हास्पिटल में थर्सडे को आधे से ज्यादा डाक्टर्स रहे डयूटी से गायब
दूर-दराज से आने वाले मरीजों डाक्टर के इंतजार में भटकना पड़ा
ALLAHABAD: allahabad@inext.co.in
ALLAHABAD: गैरजिम्मेदार व ड्यूटी स्थल से गायब रहने वाले सरकारी डाक्टर्स के खिलाफ<गैरजिम्मेदार व ड्यूटी स्थल से गायब रहने वाले सरकारी डाक्टर्स के खिलाफ अभियान<अभियान चलाकर<चलाकर पूर्व<पूर्व कमिश्नर बादल चटर्जी ने आम लोगों को बड़ी राहत दी थी। बकायदा हॉस्पिटल्स में ओपीडी में फुलटाइम डाक्टर मौजूद रहने लगे थे, मरीजों की भारी भीड़ जुटने लगी थी। लेकिन डाक्टरों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई का खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। उनका ट्रांसफर कर दिया गया। इसको लेकर आम पब्लिक से लेकर विभिन्न संगठनों का आंदोलन जारी है। आई नेक्स्ट ने गुरुवार को सरकारी हॉस्पिटल का रियलिटी चेक किया और जानने की कोशिश के पूर्व कमिश्नर के जाने के बाद क्या हालात हैं। जो दिखा वो बेहद शॉकिंग है। कमिश्नर बादल चटर्जी के जाने बाद व्यवस्था एक बार फिर से बेपटरी होने लगी है।
रोजना जुटती है सैकड़ों की भीड़
बेली हास्पिटल में रोजाना दूर दराज से आने वाले मरीजों की संख्या सैकड़ों में होती हैं। खास तौर यहां पर आने वाले दूर दराज के मरीजों की बात करें, तो फाफामऊ, नवाबगंज, सोरांव, मऊआइमा से लोग इसी हास्पिटल में रोजना अपनी तकलीफों को दिखाने डाक्टर्स के पास आते हैं। ऐसे में डाक्टर्स के मौजूद न होने के कारण मरीजों को उनका घंटों वेट करना पड़ता है या फिर कहीं बाहर किसी और डाक्टर्स को दिखाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
सिर्फ दो डाक्टर्स मौजूद
आई नेक्स्ट की टीम ने जब हास्पिटल पहुंचकर डाक्टर्स के केबिन को चेक करना शुरू किया। तो टीम को काफी हैरानी हुई। सिर्फ ओपीडी के दौरान क्ख् बजे से पहले अपनी सिटी पर महज दो डाक्टर्स पेशेंट को देखते मिले। इनमे डॉ ओपी त्रिपाठी जिनके केबिन मे मरीजों की एक लम्बी लाइन लगी थी और दूसरे डॉ। एपी सिंह जो अपने मरीज को कुर्सी पर बैठकर देखते मिले। इन डाक्टर्स के केबिन के बाद जब टीम आगे अन्य डाक्टर्स के केबिन में पहुंची, तो कोई भी अपनी सीट पर बैठा नहीं मिला। हालांकि इस दौरान कुछ मरीजों से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कुछ देर पहले कुछ डाक्टर्स अपने केबिन में थे मगर समय से पहले ही कहीं चले गए।
जेल में डयूटी पर हैं
टीम ने जब डाक्टर्स के केबिन के बाहर लगे सूचना बोर्ड पर देखा तो उसमें संबंधित डाक्टर्स के जेल में डयूटी लगी होने की सूचना दी गयी थी लेकिन इनमें से कुछ डाक्टर्स का पता नहीं था कि वह कहां हैं। किसी के केबिन में ताला लटक रहा था तो किसी का केबिन खुला था पर डाक्टर मौजूद नहीं थे। हैरानी की बात तो यह है कि ओपीडी होने के बावजूद अधिकतर डाक्टर्स की डयूटी दूसरी जगह लगा दी गई जबकि इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन को भली भांति है कि रोजाना हास्पिटल में सैकड़ों की संख्या में मरीज दूर-दराज से आते हैं।
कौन कहां था मौजूद
डाक्टर डयूटी किसी कहां पर
डा ओपी त्रिपाठी हास्पिटल में
डा ए पी सिंह हास्पिटल में
डा डी एन त्रिपाठी जेल में
डा अजय शुक्ला नदारद
डा दीपक सेठ जेल में
डा बी के सिंह आपरेशन में
डा अजय द्विवेदी नदारद
डा राज कुमार नदारद
डा आर एस मौर्य नदारद
डा नीति श्रीवास्तव अवकाश पर